अतिथि विद्वानों की रैली भोपाल के शाहजहानी पार्क पहुंची, अंतिम लड़ाई का ऐलान | ATITHI VIDWAN NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल। मध्य प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में पिछले दो दशकों से अध्यापनरत अतिथि विद्वान अपने अधिकार प्राप्ति के लिए एकजुट हो गए हैं। वचनपत्र अनुसार नियमितीकरण की मांग के लिए वर्षों से अपनी आवाज़ उठा रहे अतिथि विद्वानों की भविष्य सुरक्षा यात्रा में अतिथि विद्वानों का जनसैलाब आज भोपाल के शाहजहांनी पार्क पहुँचा। यात्रा की अगुवाई कर रहे अतिथि विद्वान नियमितीकरण मोर्चा के संयोजकद्वय डॉ देवराज सिंह और डॉ सुरजीत भदौरिया ने कहा है कि लगभग 4000 अतिथि विद्वान यात्रा करते हुए आज शाहजहानी पार्क पहुचें हैं एवं तब तक भोपाल नही छोड़ेंगे जब तक हमारी नियमितीकरण की मांग नही मान ली जाती है। सरकार ने अब तक केवल आश्वासन ही दिए हैं, इस बार हमें ठोस कार्यवाही चाहिए। अतिथि विद्वान पिछले कई वर्षों से प्रदेश की उच्च शिक्षा को अपने खून पसीने से सींचते आये है किन्तु किसी सरकार ने अतिथि विद्वानों की सुध नही ली है। 

महिला अतिथि विद्वान मुंडन कराएंगी

अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय प्रवक्ता डॉ मंसूर अली ने कहा है कि अतिथि विद्वानों एवं उनकी समस्याओं के प्रति कमलनाथ सरकार की उदासीनता चिंताजनक है। सरकार की इस उदासीनता एवं अपनी नौकरी पर उत्पन्न संकट से अतिथि विद्वान आक्रोशित है। उनमें गहरा असंतोष है। कमलनाथ सरकार की अतिथि विद्वानों की सेवा से बाहर करने की नीति के विरोधस्वरूप शाहजहानी पार्क भोपाल में कई महिला अतिथि विद्वान अपने केश त्याग करके विरोश प्रदर्शित करेंगी। यही नही यदि सरकार जल्द अतिथि विद्वानों के संबंध में नियमितीकरण की नीति नही बनाती तो भविष्य में यह विरोध और अधिक बढ़ने की संभावना है। इस यात्रा में पूरे प्रदेश के अतिथि विद्वान अपनी सहभागिता कर रहे है। 

कई महिला अतिथि विद्वानों की तबियत बिगड़ी

अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के डॉ जेपीएस चौहान एवं डॉ आशीष पांडेय ने कहा है की सरकार द्वारा सहायक प्राध्यापक परीक्षा के तथाकथित चयनितों को नियुक्ति पत्र जारी करने तथा अतिथिविद्वानों को सेवा से फालेन आउट करने के कारण सभी अतिथि विद्वान बेहद तनावग्रस्त हैं। तनाव का आलम यह है कि महिला अतिथिविद्वान अपने भविष्य की चिंता में बच्चों सहित भारी ठंड में लगातार यात्रा कर रही है। लगातार चलते रहने से कई महिला अतिथि विद्वानों ने पैरों में छाले तक पड़ जाने की बात कही। यही नही अत्यधिक तनाव और थकान से कई महिलाएं बीमार पड़ गयी हैं। जिन्हें 108 एम्बुलेंस बुलवाकर नज़दीकी स्वास्थ केन्द्रों मे भर्ती करवाया गया है।

शाहजहानी पार्क में अंतिम अंतिम लड़ाई का आह्वान

अतिथि विद्वान भविष्य सुरक्षा यात्रा के माध्यम से सरकार और आमजन तक अपनी नियमितीकरण और वचन को पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं। रैली में साथ चल रहे संयोजक डॉ सुरजीत भदौरिया का कहना है कि हम सरकार से केवल वचनपत्र की कंडिका 17.22 अनुसार वचन पूरा करने की गुहार लगा रहे हैं। और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। नियमितीकरण के लिए लगभग सभी रास्ते आज़मा चुके अतिथि विद्वान इस बार आर पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे है। अतिथि विद्वानों ने नियमितीकरण होने तक भोपाल नही छोड़ने की बात कही है।

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