ग्वालियर। सर्दी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। सर्दी के मौसम में फिब्रिनोजन नामक पदार्थ शरीर में बनने लगता है, जिसके कारण खून गाढ़ा होने लगता है और ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। जब ब्रेन में खून पहुंचने में रुकावट आती है तो ब्रेन अटैक और खून हार्ट में नहीं पहुंच पाता तो हार्ट अटैक होता है।
एक सप्ताह में ब्रेन और हार्ट अटैक के 30 फीसदी मरीज बढ़े हैं। जेएएच सहित शहर के पांच अस्पतालों में एक सप्ताह में हार्ट अटैक 82 मरीज भर्ती हुए, जिसमें से दो की मौत हो गई। इसी तरह जेएएच के न्यूरोलॉजी विभाग में एक सप्ताह में ब्रेन अटैक के 90 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें से 11 मरीजों की मौत हुई है। न्यूरोलॉजिस्ट व कार्डियोलॉजिस्ट ने इस मौसम में ब्लडप्रेशर, डायबिटीज के साथ ब्रेन व हार्ट अटैक के पुराने मरीजों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। जिन मरीजों का ब्लडप्रेशर अधिक रहता है। साथ ही डायबिटीज के शिकार हैं, उन्हें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
डॉक्टर्स के मुताबिक, हार्ट पेंशेंट सुबह 9 से शाम 4 बजे के बीच ही घर से निकलें। रविवार को न्यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी के सभी बेड फुल थे। जेएएच के कार्डियोलॉजी विभाग में पिछले एक सप्ताह में हार्ट अटैक के 20 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें से महज तीन दिन में 11 मरीज आ चुके हैं। इसी तरह बीआईएमआर में एक सप्ताह में 17 तथा रतन ज्योति डालमिया हार्ट सेंटर और सिम्स हॉस्पिटल में 22-22 तथा माहेश्वरी नर्सिंग होम में हार्ट अटैक के दो मरीज आए। इनमें से दो की मौत हुई है। इन मरीजों की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। बीआईएमआर के डॉ. आकाश मोदी के अनुसार, युवा और बच्चे जिन्हें कोई बीमारी नहीं भी है, वे भी सर्दी से बचाव करें।
इंदरगंज थाने में पदस्थ हवलदार छत्रपाल सिंह शनिवार शाम 7 बजे थाने में बेहोश हो गए। स्टाफ उन्हें जेएएच ले गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन अटैक बताया। परिजन अपोलो स्पैक्ट्रम ले गए, जहां से दिल्ली रैफर कर दिया। वहां से डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया तो वापस सिम्स में भर्ती कराया। उनका बीपी हाई था, जिससे दिमाग की नस फट गई थी।
एडीजीपी के स्टेनो राकेश मोहन दीक्षित की पत्नी सुमन दीक्षित को रविवार को घबराहट हुई। परिजन को लगा कि शुगर बढ़ गई है। उन्होंने शुगर चेक की तो वह नॉर्मल आई। परिजन उन्हें माहेश्वरी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डाॅक्टरों के मुताबिक, वे शुगर और बीपी की मरीज थीं, जिस कारण उन्हें हार्ट अटैक आया था।
लक्षण: अचानक हाथ-पैर सुन्न पड़ना या काम करना बंद कर देना, आवाज लड़खड़ाना, आवाज बंद हो जाना, बेहोश हो जाना, सीने में तेज दर्द और घबराहट होना।
सर्दी के कारण ब्रेन अटैक के करीब 30 प्रतिशत मरीज बढ़े हैं। ब्रेन और हार्ट अटैक सुबह 4 से 7 बजे के बीच पड़ता है। बुजुर्ग धूप निकलने पर ही टहलने जाएं।
डॉ. दिनेश उदैनिया, विभागाध्यक्ष न्यूरोलॉजी विभाग, जीआरएमसी
सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत आए तो विशेषज्ञ की सलाह लें। यह हार्ट अटैक हो सकता है।
डॉ. पुनीत रस्तोगी, विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी विभाग, जीआरएमसी