सुनील विश्वकर्मा/हरपालपुर। भारतीय खाद निगम के कर्मचारियों और ठेकेदार कि लापरवाह कार्यप्रणाली का खामियाजा गरीब वर्ग के लोगों को भुगतना पड़ेगा। राशन के लिए सरकारी दुकानों पर इस बार गरीबों को बारिश से भीगा हुआ गेहूं मिलेगा।
दो दिन से हरपालपुर रेल्वे स्टेशन पर रखा करीब 2000 हजार टन पीडीएस का गेंहू बारिस में भींग गया। जो हरपालपुर से आंधप्रदेश जाना था। जो ठेकेदार द्वारा रैंक के इंतज़ार में हरपालपुर स्टेशन पर डंप किया गया था। बुधवार को मालगाड़ी ट्रेन से भेजा जाना हैं। छतरपुर जिले के खरीदी केंद्रों में रखा गेंहू नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा 16 लाख टन गेंहू भारत सरकार को बेचा गया । जो ट्रैन मार्ग से परिवहन कर आंध्रप्रदेश भेजा जाना हैं। तीन दिन पहले एक पीडीएस गेंहू की 2500 टन गेंहू की रैक जा चुकी हैं।
दूसरी पीडीएस गेंहू की रैंक भेजने के लिये भारतीय खाद्य निगम एवं ठेकेदार द्वारा बुधवार को रैक भेजने के लिये ट्रैकों से परिवहन कर गेंहू हरपालपुर रेल्वे स्टेशन के रैंक पॉइंट पर डंप किया जा रहा था मंगलवार को हुई अचानक बारिश से गेंहू गीला हो गया। एफसीआई एवं ठेकेदार द्वारा गेंहू को बारिश से बचाने के लिये आनन फानन में ढका गया लेकिन जब तक गेंहू बारिश में भींग चुका था।
इस मामले में भारतीय खाद निगम के रैक मैनेजर एवं ठेकेदार की लापरवाही सामने आई जो गरीबों को एक रुपया किलो में बाटने वाले गेंहू बारिश में गीला होने से नहीं बचा सके ।अभी दिसंबर माह में चार पीडीएस गेंहू की रैक जाना हैं जिस अभी एक रैक बीते दिनों गई दूसरी की तैयारी में भारतीय खाद निगम के अधिकारी लगे हैं। यदि ऐसे ही लापरवाही जारी रही तो गरीबों का निवाला बनने पहले ये गेंहू सड़ जायेगा।