भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में पेमेंट गेटवे घोटाला नजर आ रहा है। यहां प्रबंधन जान बूझकर ऐसा पेमेंट आप्शन उपलब्ध करा रहा है जिसमें केवल 2 ही बैंक आते हैं। इसके चलते स्टूडेंट्स को कियोस्क संचालकों के पास जाकर फीस जमा करानी पड़ रहीं हैं और कियोस्क संचालक मनमाने चार्ज वसूल रहे हैं।
कुछ समय के लिए विवि ने व्यवस्था में सुधार किया था, लेकिन अब फिर से सिर्फ यूनियन बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के माध्यम से ही फीस जमा करा रहा है। ऐसे में जिन छात्रों के पास इन बैंक के खाते नहीं है, उन्हें कियोस्क संचालकों की मदद लेनी पड़ रही है और कियोस्क संचालक द्वारा मनमर्जी की अतिरिक्त फीस ली जा रही है।
विवि ने इसमें एसबीआई सहित विभिन्न बैंकों के गेट-वे उपलब्ध कराने की कार्रवाई की थी, लेकिन छात्रों को अभी तक सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है। इस मामले में विवि के अधिकारी टिप्पणी करने से परहेज कर रहे हैं।