ग्वालियर। भाजपा में मण्डल अध्यक्ष की घोषणा दो दिन के लिए लटक गई है। कारण है कि उम्र की बाध्यता और बड़े नेताओं द्वारा की जा रही रायशुमारी में सामंजस्य बिठाने में नेताओं के भी पसीने छूट रहे हैं। क्योंकि उम्र की बाध्यता के चलते प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी शिकायत कर रहे हैं और शिकायत की जांच के लिए अब मार्कशीट और एजप्रूफ की जांच की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी के मंडल चुनाव में उम्र के फेर में बड़े दावेदारों की दावेदारी खारिज कर दी है, स्थानीय स्तर पर हुई रायशुमारी की रिपोर्ट भोपाल पहुंचने के बाद यही सामने आ रहा हैं भाजपा प्रबंधन अब पशोपेश में है की रायशुमारी का परिणाम कैसे घोषित करें जिन लोगों की दावेदारी खारिज हुई है वे संगठन में अपना रसूख रखते हैं।
मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया को पूरा हुए दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक मण्डल अध्यक्षों की घोषणा नहीं हो सकी है, जबकि प्रदेश के कई जिलों में मंडल अध्यक्ष की घोषणा हो चुकी है। सूत्रों की माने तो सबके बीच सहमति बनाने के लिए उच्च स्तर पर मशक्कत चल रही है, जिसमें दो दिन का समय लग सकता है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष के लिए 35 से 40 साल की उम्र की सीमा तय की गई है। उम्र जांच के लिए भेजे गए फार्मों में उम्र का कॉलम भी दिया गया है, इसके बाद भी अब प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी उम्र की शिकायतें वरिष्ठों तक पहुंचा रहे है। आने वाली शिकायतों के निराकरण के लिए अब वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा मार्कशीट और अन्य दस्तावेजों से जांच की जा रही है।जिला चुनाव अधिकारी कैलाश सोनी ने बताया कि रायशुमारी की रिपोर्ट भोपाल भेजी जा चुकी है, फार्मो का मिलान चल रहा है और दो दिन में मंडल अध्यक्षों की घोषणा हो जाएगी।