जबलपुर। गोसलपुर के ग्राम केवलारी में सोमवार को दोपहर एक बेलगाम ट्राला ने क्षेत्र में तांडव मचाया। तेज रफ्तार ट्राला एकाएक स्पीड ब्रेकर पर चढ़ा और अनियंत्रित हो गया। वह नीम के पेड़ को जड़ से उखाड़ते हुए एक वृद्ध की टपरानुमा दुकान को घक्का मारकर एक घर में घुस गया। जहां आंगन में खेल रहे बच्चे बाल-बाल बच गए। टपरे में बैठी वृद्धा भी टपरे में ही सिमट कर बैठ गई। ट्राला ने सड़क पार कर रही स्व सहायता समूह की कार्यकर्ता को भी लहुलुहान कर दिया। घर में घुसने से ट्राला सामने की तरफ से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिसमें चिपटकर चालक की मौत हो गई।
सोमवार को दोपहर लगभग डेढ़ बजे ट्राला क्रमांक एमएच 40 बीजी 3587 बरनू तिराहा से पौ़ंडी की ओर तेज रफ्तार से खनिज लोड करने जा रहा था। तभी केवलारी ग्राम में स्थित आंगनवाड़ी के सामने स्थित स्पीड ब्रेकर में चढ़कर अनियंत्रित हो गया। यहां सड़क पार कर रही महिला स्व सहायता समूह की कार्यकर्ता केवलारी निवासी पूजा दहिया जो कि शासकीय प्राथमिक शाला से खाना बनाकर आंगनवाड़ी देने जा रही थी को टक्कर मारकर घायल कर दिया। ट्राला प्रतापगढ़ (उत्तरप्रदेश) निवासी मनोज कुमार पाल पिता ओमप्रकाश (लगभग 38) चला रहा था। घायल स्व सहायता समूह की कार्यकर्ता पूजा दाहिया को गोसलपुर पुलिस ने इलाज के लिए सिहोरा अस्पताल भिजवाया। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्राला बरनू तिराहा से केवलारी की ओर जा रहा था। काफी रफ्तार से आ रहा ट्राला केवलारी सड़क पर ब्रेकर में चढ़कर अनियंत्रित हो गया। जो नीम के पेड़ से जा भिड़ा। इससे पेड़ जड़ से उखड़ गया। ट्राला ने सड़क किनारे स्थित वृद्धा श्यामा बाई कोरी की दुकान पर टक्कर मारी जिससे दुकान का एक हिस्सा उखड़ गया। इस समय श्यामा बाई मौके नजाकत को भांपते हुए दुकान में दुबक कर बैठ गई। जिससे वह बाल-बाल बच गई।
यहां से ट्राला केवलारी ग्राम निवासी राजेश तिवारी के पक्के मकान में जा घुसा। यहां घर के आंगन में बच्चे खेल रहे थे। बच्चों ने देखा कि ट्राला उनके घर की तरफ ही बढ़ रहा है तभी वे अपनी सूझ-बूझ से घर के अंदर घुस गए। इससे बच्चे भी सुरक्षित बच गए। ट्राला के मकान में टकराने से लोहे का गेट, बाउंड्री बाल, मकान का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं मकान में खड़ी मोटर साइकिल एमपी 20 एमवाई 3588 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। तेज रफ्तार ट्राला के मकान के टकराते ही ट्राला के सामने का हिस्सा चिपट गया।