बड़ौदा/श्योपुर। लो जी, मध्य प्रदेश की सीएम हेल्पलाइन में भी घोटाले शुरू हो गए। एक शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर ही बदल दिया गया ताकि शिकायतकर्ता को पता भी ना चले और उसकी शिकायत बिना जांच के क्लोज की जा सके। उसने ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। बता दें कि सीएम हेल्पलाइन में मोबाइल नंबर सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि सीएम हेल्पलाइन की तरफ से शिकायतकर्ता को सीधे फोन लगाकर वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी जाती है और यदि शिकायतकर्ता संतुष्ट हुआ तो शिकायत बंद कर दी जाती है।
बड़ौदा तहसील की ललितपुरा ग्राम पंचायत निवासी जितेन्द्र गौतम ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत (शिकायत नंबर 9434728) दर्ज कराते हुए बताया कि पंचायत ने उसके मोहल्ले की गली में जो सीसी रोड बनाई है वह एक-डेढ़ इंच मोटी है और गली के दोनों किनारे बनने वाली नाली ही नहीं बनाई। इसके अलावा अहेली नदी पर फरवरी महीने में 4.80 लाख रुपए की लागत से जो घाट बनाया है वह घाट उपयोग से पहले ही उखड़कर जर्जर हो रहा है। जितेन्द्र गौतम ने ऑनलाइन की गई शिकायत के साथ अपना मोबाइल नंबर 9302746376 दर्ज कराया था लेकिन जब शिकायत दर्ज हुई और जांच के लिए लेवल-1 स्तर के अधिकारी तक शिकायत आई तो मोबाइल नंबर बदलकर 9630334836 हो गया, जो सरपंच उर्मिलाबाई प्रजापति के भजीते बृजराज प्रजापति का है। दोनों नंबरों के बीच किसी एक अंक का अंतर नहीं है जिससे यह मान जाए जाए की टाइपिंग की गलती के कारण ऐसा हो गया होगा।
ऐसे समझिए मोबाइल नंबर की अहमियत
दरअसल सीएम हेल्पलाइन को फोन करके या फिर ऑनलाइन भी दर्ज करा सकते हैं। शिकायकर्ता जिस मोबाइल नंबर से शिकायत दर्ज कराया है या फिर ऑनलाइन में जिस मोबाइल नंबर को लिखता है उसी पर सीएम हेल्पलाइन शिकायत का फीडबैक शिकायतकर्ता से लेता है। यह शिकायत तभी बंद होती है जब शिकायतकर्ता फोन पर कह देता है कि वह निराकरण से संतुष्ट है। शिकायतकर्ता जितेन्द्र वैष्णव का कहना है कि यह फर्जीवाड़ा शिकायत को बिना जांच किए ही बंद कराने के लिए किया गया है।