भोपाल में शांति के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे 'यंगशाला' के 600 हाथ

भोपाल। 300 से अधिक युवाओं के ग्रुप का नाम है 'यंगशाला'। फरवरी में इस समूह का उदय हुआ। मकसद था- भोपाल के युवाओं की आवाज उठाना। लेकिन 4 नवंबर से यह समूह लगतार भोपाल में प्रेम, एकता और देशभावना को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। अयोध्या का ऐतिहासिक फैसला आने के कुछ दिन पहले समूह के सदस्यों के पास सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक मैसेज आए। समूह के सदस्यों ने तत्काल बैठक बुलाई और संकल्प लिया... इस शहर की फिजा को प्रदूषित नहीं हाेने देंगे। गंगा-जमुनी की तहजीब वाला यह शहर सिर्फ और सिर्फ पैगाम-ए-मोहब्बत ही फैलाएगा। इसके लिए इन युवाओं ने जिला प्रशासन की मदद ली। 

ग्रुप के सदस्य रोली शिवहरे, संगम दुबे, स्वाति वाणी, रितिका जैन, जीशान अली ने कलेक्टर तरुण पिथाेड़े से अपील की कि वे सोशल मीडिया के लिए गाइडलाइन जारी करें। इसके बाद से इन युवाओं ने सोशलमीडिया पर  #PeaceInBhopal #LoveInBhopal, #UnityInBhopal, #WeThePeopleOfINDIA.... हैश टैग के साथ एक कैंपेन भी चलाया। साथ ही कॉलेजों में युवाओं से अपील की कि शहर में सौहार्द और एकता का माहौल बनाए रखने में उनकी मदद करें और अंतत: एक सामूहिक प्रयास ने सफलता का दिन भी दिखा दिया। 

आनलाइन शपथ पत्र से शुरू हुआ अभियान

यंगशाला के सदस्य राकेश प्रजापति ने एक शपथ की शुरुआत करते हुए लिखा-मैं राकेश प्रजापति शपथ लेता हूं, कि किसी भी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट को प्रेषित नहीं करुंगा। अगर कोई इस तरह की पोस्ट डालेगा तो उसकी शिकायत कर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का पूर्ण प्रयास करुंगा। इससे प्रभावित होकर अन्य लाेगाें ने भी यही शपथ ली।

समूह के सदस्य ज़ीशान अली ने कहा “हमारा मौलिक कर्तव्य हमें इस सौहार्द को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। हम हरसंभव काेशिश करेंगे शहर कि शहर की फिजा को हर तरह की नफरत से बचाए रखा जाए। 
सदस्य टी.देवाशीष का कहना था कि “किसी भी तरह का धार्मिक या राजनीतिक मसला हमारी एकता को नहीं तोड़ सकता। हम युवा पढ़े लिखे और समझदार हैं और ये बख़ूबी जानते हैं नफरत किसी भी समस्या का उपाय हो ही नहीं सकती, हम एकता बनाए रखेंगे। 
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