ग्वालियर। UTKAL MULTI STATE CREDIT COOPERATIVE SOCIETY LIMITED (उत्कल मल्टी स्टेट क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड) फरार हो गई है। उसके ऑफिस में ताले लगे हुए हैं। 2017 से 2019 तक निवेशकों ने हर स्तर पर प्रयास किया परंतु उनका पैसा वापस नहीं आया। अंततः 47 लोगों ने पुलिस थाना हजीरा में कंपनी के संचालकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है। शिकायत कर्ताओं का कहना है कि ग्वालियर से कुल 1800 लोगों के साथ ठगी की गई है।
कंपनी के संचालकों ने शहर के कुछ लोगों की मदद से सिटी सेंटर के एक होटल में ग्रांड सेरेमनी मनाई। यहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को लंच कराया और कुछ सक्सेज स्टोरी (कंपनी में पैसा लगाकर करोड़पति बनने की कहानी) दिखाईं। इसके बाद लोगों से कंपनी में रुपए इंवेस्ट कराए। कुछ समय तक मुनाफा दिया इसके बाद जब लोगों ने बढ़कर ज्यादा रुपए लगाए तो कंपनी दफ्तर पर ताला लगाकर गायब हो गई। फिलहाल कंपनी के ठगे 47 ग्राहक हजीरा थाना पहुंचे हैं, जिनका एक करोड़ रुपया कंपनी में लगा है। पुलिस ने सभी के बयान दर्ज कर चिटफंड कंपनी पर मामला दर्ज कर लिया है।
कंपनी के संचालकों ने शहर के कुछ लोगों की मदद से सिटी सेंटर के एक होटल में ग्रांड सेरेमनी मनाई। यहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को लंच कराया और कुछ सक्सेज स्टोरी (कंपनी में पैसा लगाकर करोड़पति बनने की कहानी) दिखाईं। इसके बाद लोगों से कंपनी में रुपए इंवेस्ट कराए। कुछ समय तक मुनाफा दिया इसके बाद जब लोगों ने बढ़कर ज्यादा रुपए लगाए तो कंपनी दफ्तर पर ताला लगाकर गायब हो गई। फिलहाल कंपनी के ठगे 47 ग्राहक हजीरा थाना पहुंचे हैं, जिनका एक करोड़ रुपया कंपनी में लगा है। पुलिस ने सभी के बयान दर्ज कर चिटफंड कंपनी पर मामला दर्ज कर लिया है।
किस तरह कंपनी ने लालच देकर शिकार बनाया
हजीरा के गोपाल नगर गदाईपुरा निवासी सवेन्द्र सिंह कुशवाह, उनके साथी राजेश राजपूत, प्रदीप साहू, अरविंद सिंह यादव सहित 47 लोग पुलिस के पास पहुंचे थे। उन्होंने कंपनी के बारे में बताया कि किस तरह कंपनी ने लालच देकर उनको अपना शिकार बनाया। सवेन्द्र के मुताबिक वर्ष 2015 में मकान नंबर 194 न्यू कॉलोनी नंबर एक बिरला नगर निवासी मिथलेश कुमार शर्मा पुत्र जमुना प्रसाद शर्मा मिले थे। उन्होंने इस कंपनी के बारे में और उसके फायदों का गुणगान किया था। पर उनका ग्रुप काफी समय तक मिथलेश की बातों को नजरअंदाज करता रहा। पर 15 दिसंबर 2015 को उन्होंने सिटी सेंटर के एक होटल में लंच पर सभी को बुलाया।
साथ ही अपने साथ जितने भी लोग ला सकते थे उनको लाने के लिए कहा। इसका लिखित में निमंत्रण पत्र भी दिया। जिस पर सभी लोग होटल पहुंचे। वहां नाश्ते से लेकर खाने की व्यवस्था थी। वहां किसी कंपनी का ग्रांड सेरेमनी कार्यक्रम था। उस समय मिथलेश ने सभी को उत्कल मल्टीस्टेट क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी लिमिटेड की ओर से संचालक विनय सिंह निवासी लीलाराम सरानी नगर कोलकाता पश्चिम बंगाल, मनोरंजन राय निवासी श्री कॉलोनी कोलकाता, हरिसिंह निवासी गणेश नगर आगरा यूपी, ग्वालियर में प्रमोटर के रूप में प्रियंका सिंह निवासी नालंदा बिहार, ग्वालियर के कम्पू जवाहर कॉलोनी कमल सिकरवार से मिलवाया। इसके अलावा अंचल के प्रबंधक संजय गुर्जर निवासी एग्रीकल्चर कॉलोनी पड़ाव, शाखा प्रबंधक नालिनी शर्मा पुत्री मिथलेश शर्मा भी मिले। यहां सभी ने कंपनी के कामों के बारे में बताया। पैसा कहां इंवेस्ट किया जाता है, यह भी बताया। प्रोजेक्टर पर पूरी मूवी दिखाई।
सेरेमनी प्रोग्राम में कंपनी की ओर से ऐसे लोगों से मिलवाया जिन्होंने कंपनी में पैसा लगाकर लाखों और करोड़ों रुपए कमाए हैं। उनकी सक्सेज स्टोरी दिखाई। कैसे एक किसान ने पैसा लगाया और अब उसके पास मर्सडीज कार है। अब वह बड़ा उद्योगपति है। इसके बाद वर्ष 2015 में काफी लोगों ने कंपनी में पैसा लगाया पर कम मात्रा में। वादा के अनुसार कंपनी ने ब्याज सहित पैसा लौटाया भी। इससे लोगों का विश्वास बढ़ा। उन्होंने अपने दूर-दूर के रिश्तेदारों का पैसा कंपनी में लगवाया। इस बार उन्होंने भी पहले से कई गुना अधिक रुपया कंपनी में लगाया। पर इस बार कंपनी ने धोखा दिया। अब कंपनी ने रुपया नहीं लौटाया। 2017 के बाद कंपनी सभी का पैसा दबा गई। लोगों ने अपना रुपया मांगा तो टालने लगे। इस दौरान लोगों को पता लगा कि यह लोग देश के कई शहरों में कंपनियां बंद कर इसी तरह भाग चुके हैं।
अभी पुलिस के पास 47 लोग पहुंचे हैं। सभी के बयान दर्ज किए गए हैं। इन 47 लोगों का करीब 1 करोड़ रुपया कंपनी पर फंसा है। जबकि शिकायतकर्ता सवेन्द्र सिंह ने बताया है कि कंपनी में जिले से 1800 सदस्य जुड़े हैं। सभी का पैसा अटका है, जल्द सभी को पुलिस के पास पहुंचेंगे।