इंदौर। इंदौर की फेमस रियल स्टेट ब्रांड VATSALYA GROUP INDORE के सीएमडी प्रफुल्ल गाडगे के खिलाफ 500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। पीड़ितों में महू में पदस्थ कर्नल, डीएवीवी के प्रोफेसर, इंजीनियर व एनआरआई शामिल हैं। तेजाजीनगर थाना टीआई नीरज मेढ़ा के अनुसार फरियादी वैभव नीमा, प्रवीणसिंह, अजय पाटीदार, सुनील पांडे, किशोर सांखला, अरुण कुमार सराफ, राजेंद्र पाटीदार, अवतारसिंह व मनजीत कौर की शिकायत पर आरोपित प्रफुल्ल व सहयोगी नवाब बेग, मनवेंद्र मजुमदार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मूलत: नागपुर की रहने वाले प्रफुल्ल गाडगे पर आरोप है कि वात्सल्य बिल्डर्स ग्रुप के नाम से कंपनी बनाई और एयरपोर्ट, सिमरोल रोड, राऊ में प्रेस्टीज और उमरीखेड़ा खंडवा रोड पर शिव रेसीडेंसी-2 के नाम से कॉलोनी विकसित की। पीड़ितों ने वर्ष-2013 में भूखंड खरीदे थे। बिल्डर ने दो वर्ष में कॉलोनी का संपूर्ण विकास करने और रजिस्ट्री का झांसा देकर रुपए जमा करवा लिए। छह साल बाद भी भूखंड नहीं मिलने पर लोगों ने पुलिस से शिकायत की। बुधवार को सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
रेरा का आदेश भी नहीं माना
फरियादियों ने रेरा कोर्ट में भी शिकायत दर्ज करवाई थी। कोर्ट ने निवेशकों के पक्ष में आदेश दिए और कहा कि बिल्डर को उनके द्वारा जमा करवाई राशि लौटानी होगी लेकिन बिल्डर ने रेरा कोर्ट के आदेश को भी नहीं माना। उस पर यह भी आरोप है कि उसने कुछ लोगों को पोस्ट डेटेट चेक दिए जो बैंक में अनादरित हो गए। उसने अकेले शिव रेसीडेंसी-2 में 750 से ज्यादा भूखंड की हेराफेरी की है। उनका आरोप है कि कंपनी के पास आवासीय भूमि नहीं होने के बाद भी भूखंड बेचे और करोड़ों रुपए ठग लिए। उनका यह भी आरोप है कि बिल्डर ने रेरा में भी पंजीयन नहीं करवाया है।
छह दिन में निवेशकों को एक करोड़ लौटाए
मैंने सभी कॉलोनियां नियमानुसार विकसित की हैं। शिव रेसीडेंसी-2 को जमीन विक्रेता को जो स्वीकृतियां लेनी थी, उसने नहीं ली। इससे गड़बड़ी हो गई। जिन लोगों ने निवेश किया, उन्हें पिछले छह दिनों में एक करोड़ रुपए लौटा चुका हूं। कुछ लोग मुझ पर ब्याज का दबाव बना रहे हैं।
- प्रफुल्ल गाडगे, निदेशक, वात्सल्य ग्रुप
Directors of VATSALYA BUILDERS AND DEVELOPERS PRIVATE LIMITED
PRAFULLA PURUSHOTTAMRAO GADGE Director
DEVIDAS VISHNUPANT KHANDEKAR Director