REWA में 11 संकुल प्राचार्य सस्पेंड, 32 शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि रोकी

भोपाल। रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने रीवा जिले के 11 संकुल प्राचार्यों को निलंबित करने के आदेश दिये हैं। इन लापरवाह प्राचार्यों द्वारा मनमानीपूर्ण तरीके से 23 स्कूलों को बंद करने का दोषी पाये जाने पर यह कार्रवाई की गई है। इन प्राचार्यों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिये बिना अवैधानिक तरीके से ग्रामीण क्षेत्र के 23 स्कूलों का संचालन शैक्षणिक सत्र 2018-19 तथा चालू शैक्षणिक सत्र में बंद करा दिया है। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने इस षडयंत्र में शामिल 23 स्कूलों के 32 शिक्षकों की एक-एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने इस घोर कदाचार पर विकासखण्ड त्यौंथर अन्तर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायपुर सोनौरी के प्रभारी संकुल प्राचार्य जयकृष्ण उपाध्याय तथा तत्कालीन प्राचार्य सन्तोष कुमार मिश्रा (वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या पीके रीवा में पदस्थ) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसी प्रकार प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गढ़ी मसुरियादीन प्रजापति, शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय त्यौंथर हीरामणि शर्मा तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चाकघाट रजितराम जाटव को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने जवा विकासखण्ड के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सितलहा के प्राचार्य आरएन सिंह, रायपुर कर्चुलियान विकासखण्ड के शासकीय हाई स्कूल सुरसा के प्राचार्य त्रिभुवन प्रसाद शुक्ला, सिरमौर विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरौं के प्राचार्य शिव कुमार त्रिपाठी, नईगढ़ी विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इटहाकला के प्राचार्य हिन्छलाल वर्मा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खर्रा के प्राचार्य लालमणि विकल तथा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भीर के प्राचार्य आदित्यनाथ तिवारी को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि कमिश्नर डॉ. भार्गव के निर्देश पर रीवा संभाग में शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए अभियान जारी है।

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा है कि संकुल प्राचार्यों ने बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के स्कूलों को बंद किया है जो कि घोर कदाचार है। किसी भी शासकीय संस्था को कोई व्यक्ति कैसे बंद कर सकता है। इन प्राचार्यों ने बिना सक्षम स्वीकृति के षडयंत्र पूर्वक स्कूल बंद कराये हैं ताकि शिक्षकों को अन्य स्थानों पर संलग्न कर दिया जाए। प्राचार्यों ने इसकी सूचना किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या कार्यालय को नहीं दी और न ही किसी प्रकार की अनुमति ली। प्राचार्यों द्वारा स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की मनमाने ढंग से अन्यत्र पदस्थापना भी कर दी गई है। बंद कराये गये विद्यालयों के शिक्षक भी इस षडयंत्र में शामिल हैं।

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा है कि उक्त संकुल प्राचार्य बंद कराये गये विद्यालयों को पुन: प्रारंभ करायें। शिक्षकों को यथावत उन्हीं स्कूलों में पदस्थ करें तथा घर-घर जाकर विद्यालयों में पुन: छात्रों का प्रवेश करायें। अन्यथा इन संकुल प्राचार्यों से न तो कोई काम लिया जायेगा और न ही उन्हें किसी प्रकार का भुगतान किया जायेगा।

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