ट्रांसपोर्ट हड़ताल का असर: INDORE में पेट्रोल के लिए हाहाकार

इंदौर। डीजल पर टैक्स बढ़ोतरी और पुराने वाहनों से लाइफटाइम टैक्स लेने के विरोध में चल रही ट्रांसपोर्टर और टैंकरों की हड़ताल से रविवार को शहर में पेट्रोल-डीजल की किल्लत हो गई। कई पंपों ने पेट्रोल-डीजल खत्म होने का बोर्ड टांग दिया तो जिन पर उपलब्ध था, वहां वाहनों की लंबी कतारें लग गई। हालत ये हो गई कि कुछ पंपों पर स्थिति को संभालने के लिए पुलिस जवान तैनात करना पड़े। रविवार रात तक जिले के 50 फीसदी पंप ड्राय हो गए थे, जबकि जिनके पास स्टॉक है, वे भी सोमवार दोपहर तक ही माल दे सकेंगे।

इंदौर पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र वसु ने बताया कि हड़ताल नहीं टूटी तो जिले के लगभग सभी पंपों पर माल खत्म हो जाएगा। इधर, हड़ताली संगठन फिलहाल मानने को तैयार नहीं। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसो. के अध्यक्ष सीएल मुकाती के मुताबिक, कई व्यापारिक संगठन हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं। अभी सरकार से कोई चर्चा नहीं हुई है, मांगों पर कार्रवाई होने तक हड़ताल जारी रहेगी। पंप कर्मचारी को पीटा : देर रात तक पंपों पर भारी भीड़ रही, जिससे  विवाद भी हुए। राऊ में रिलायंस के पेट्रोल पंप पर एक कार चालक ने लाइन में लगने को लेकर कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी। 

आदेश : हर पंप पर 1 हजार ली. पेट्रोल और 2 हजार ली. डीजल स्टॉक करें - कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने देर रात आदेश निकालकर सभी पंप संचालकों को 1 हजार लीटर पेट्रोल और 2 हजार लीटर डीजल स्टॉक करने को कहा है। इस पेट्रोल और डीजल को वे क्षेत्र के राजस्व और खाद्य अधिकारी की अनुमति के बिना वितरित नहीं कर सकेंगे।

हम स्टॉक मेंटेन करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं  

अभी तो स्टॉक मेंटेन करने की कोशिश कर रहे हैं। जनता धैर्य रखे। रिजर्व का स्टॉक बढ़ाने के लिए भी पंप संचालकों को बोला है। यह जरूर है कि हड़ताल लंबी खिंची तो परेशानी होगी, पर शासन स्तर पर सभी संस्थाओं से बात हो रही है। 
लोकेश कुमार जाटव, कलेक्टर, इंदौर

वैट के अलावा एसोसिएशन की परिवहन विभाग से जुड़ी मांगें भी हैं। बातचीत चल रही है। उम्मीद है जल्द परिणाम सामने आएगा। 
मनु श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर
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