भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार डायल 1962 पशुधन संजीवनी योजना के तहत डॉक्टर की फ्री होम विजिट बंद करने जा रही है। अब बुलाने पर डॉक्टर आऐंगे तो जरूर लेकर फीस भी लेंगे। फिलहाल यह फीस 100 रुपए निधार्रित की है। किसान कर्जमाफी या बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर यह रकम बढ़ाई भी जा सकती है।
पशुपालकों के पशुओं के आकस्मिक बीमार होने पर तत्काल घर पहुँच निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा डायल 1962 पशुधन संजीवनी योजना पूर्व से संचालित की जा रही लेकिन अब एक नवम्बर 2019 से शासन द्वारा योजना 1962 पशुधन संजीवनी के अंतर्गत पशु चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु राशि 100 रूपए प्रति पशु लेना सुनिश्चित किया गया है। पशुपालको से ली गई राशि की रसीद जिला रोगी पशु कल्याण समिति की रसीद बुक पर शुल्क प्राप्ति हेतु प्रदाय जाएगी।
महकमा पशुपालकों से तंग आ गया था
दरअसल, डायल 1962 पशुधन संजीवनी योजना के तहत पशुओं के आकस्मिक बीमार होने पर तत्काल घर पहुँच निःशुल्क चिकित्सा सुविधा के दुरुपयोग की शिकायतें आ रहीं थीं। पशुपालक हर छोटी मोटी बीमारी के लिए भी डॉक्टर को घर बुलाने लगे थे जबकि यह योजना केवल आकस्मिक बीमारी की स्थिति के लिए थी। डॉक्टर जाने से इंकार करते तो पशुपालक सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दिया करते थे। अंतत: फीस निर्धारित कर दी गई।