भोपाल। जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रंमाक 7 पर स्थित ग्राम पंचायत छपारा जिला सिवनी की रहने वाली एक युवती की मजबूरी का फायदा उठाकर भोपाल में 2 लोगों ने रेप किया लेकिन भोपाल पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। केवलारी थाने में मामला दर्ज किया गया। जीआरपी इटारसी ने 3 आरापियों की गिरफ्तारी कर न्यायालय में पेश किया।
पर्स चोरी हुआ तो सफाई कर्मचारी ने मदद की, ग्वालियर भेजा
जीआरपी के एएसआई श्रीलाल पडरिया के अनुसार 11 सितंबर को सिवनी छपारा की एक युवती अपनी अंकसूची में रीचैकिंग कराने भोपाल के लिए निकली थी। जबलपुर से इटारसी के बीच उसका पर्स और मोबाइल चोरी हो गया। इटारसी स्टेशन पर उसे परेशान हाल देखकर सफाई कर्मी अनुराग निवासी बारह बंगला ने पूछताछ की तो उसने घटना बता दी। अनुराग ने उसे कहा कि वह भोपाल तक छोड़ देगा। अनुराग उसे हबीबगंज ले गया, यहां उसके पर्स और मोबाइल चोरी की शिकायत दर्ज करायी। वहां युवती ने ग्वालियर में अपनी बहन के यहां जाने को कहा तो अनुराग ने टिकट लेकर उसे ग्वालियर भेज दिया।
हबीबगंज स्टेशन के सफाई कर्मचारी ने रेप किया
वहां बहन नहीं मिली तो युवती 14 सितंबर को वापस हबीबगंज आ गयी। यहां रेलवे स्टेशन पर उसे अवधेश नामक सफाई कर्मी मिला और उसने उसे स्टेशन से करीब ढाई किलोमीटर दूर झाडियों में ले जाकर पहली बार दुष्कर्म किया और रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया। युवती यहां से भोपाल स्टेशन आ गयी। भोपाल में उसे पुन: अनुराग मिला। उसने वापस आने का कारण पूछा तो युवती ने बताया कि उसकी बहन उसे नहीं मिली है। अनुराग ने उसे घर वापस भेजने को कहा तो युवती ने मना कर दिया।
अनुराग ने फिर मदद की और नए कपड़े दिलाए
अनुराग ने उसे संदीप बडगूजर पिता दुलीचंद नामक युवक के यहां द्वारकानगर भोपाल ले गया। उसके कपड़े गंदे हो गये थे तो उसे नये कपड़े भी दिलाये। यहां वह तीन दिन रही। वह घर जाने को तैयार नहीं हुई तो दोनों ने उसे अपनी मुंहबोली बहन मंजू पति सुनील मिश्रा नामक महिला के यहां छोड़ा जो भोपाल में डे केयर सेंटर में काम करती थी और मंडीदीप में रहती थी।
बागसेवनिया पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया, घर भेज दिया
मंजू मिश्रा के यहां राजकुमार मिश्रा नामक युवक रहता था। राजकुमार ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। उसने जब मंजू मिश्रा को यह बात बतायी तो उसने अनसुनी करके कह दिया यह सब तो चलता रहता है। इधर राजकुमार के परिवार वालों ने शादी से इनकार कर दिया तो युवती थाना बागसेवनिया पहुंची और आपबीती सुनाई तो उसके परिजनों को बुलाकर युवती को सुपुर्द कर दिया।
इटारसी जीआरपी ने गिरफ्तारी की
परिजन उसे केवलारी ले गये जहां युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। वहां से डायरी हबीबगंज गई और हबीबगंज से इटारसी जीआरपी आयी। जीआरपी ने मामले में अनुराग, संदीप और मंजू मिश्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में 10 अक्टूबर तक भेज दिया है। मामले में अभी राजकुमार और अवधेश की गिरफ्तारी होना शेष है।