भोपाल। 2 लाख करोड़ के कर्ज में चल रहे मध्य प्रदेश की जनता पर पिछले 16 साल से लगातार टैक्स थोपे जा रहे हैं। कांग्रेस ने चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने का वचन दिया था परंतु आज बाढ़ राहत के नाम पर डीजल-पेट्रोल और शराब के दाम बढ़ा दिए। पेट्रोल और डीजल पर करीब 3 रुपए प्रतिलीटर बढ़ाए गए हैं। बता दें कि जुलाई में ही 2 रुपए प्रतिलीटर बढ़ाए थे। इस तरह सरकार द्वारा पूर्व निर्धारित करों के अलावा मध्य प्रदेश के नागरिकों पर 5 रुपए प्रतिलीटर टैक्स कमलनाथ सरकार ने थोप दिया है।
सरकार ने रात 12 बजे यानी 21 सितम्बर 2019 की तारीख शुरू होते ही डीजल-पेट्रोल और शराब पर वेट टैक्स 5% बढा दिया। नई दरें लागू हो गई हैं। सरकार ने कहा बाढ से बढ़े खर्चों की इससे भरपाई की जायेगी। बता दें कि चुनाव के समय सीएम कमलनाथ ने खर्चों के बार में सवाल पर कई बार कहा था कि प्रदेश को चलाने के लिए पैसा कहां से आएगा ये मुझे मालूम है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों के मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही वेट टैक्स खत्म कर दिया जाएगा। इससे प्रतिलीटर 5 रुपए का फायदा होगा।
महंगे ईवेंट्स और गैर जरूरी विकास कार्यों के कारण जनता पर बोझ
बता दें कि मध्य प्रदेश 2 लाख करोड़ रुपए के कर्जे में है। शिवराज सिंह सरकार लगातार कर्ज लेकर काम करती रही और बदले में आम जनता पर टैक्स बढ़ाए जाते रहे। अब कमलनाथ सरकार भी बिल्कुल वैसा ही कर रही है। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि सरकारें बड़ी रकम उन कामों पर खर्च कर रही है जिसकी आम जनता को जरूरत ही नहीं होती।