मुरैना। कलेक्टर ने महिला शिक्षक प्रेमलता गोयल की बर्खास्तगी का आदेश जारी किया है। प्रेमलता जरेरुआ प्राइमरी स्कूल में पदस्थ थीं। पता चला है कि प्रेमलता गोयल को फर्जी मार्कशीट से नौकरी पाने के मामले में बर्खास्त किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस मामले की शिकायत, प्रमाण महिला शिक्षक की बहू ने ही उपलब्ध कराए। प्रेमलता गोयल 20 साल से नौकरी कर रहीं थीं।
बेटे की मौत के बाद बहू से विवाद शुरू हो गया था
मुरैना की रहने वाली प्रेमलता की 1998 में अध्यापक के रूप में नियुक्ति हुई थी। आरोप था कि प्रेमलता ने अपनी मार्कशीट में उम्र और अन्य जानकारी से छेड़छाड़ की थी। प्रेमलता गोयल के बेटे योगेश की कुछ सालों पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद सास-ससुर और बहू के बीच झगड़े होने लगे। यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया।
मां की जन्मतिथि 1964, बेटी का 1976 में जन्म
बताया गया कि सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए शिक्षक प्रेमलता गोयल ने दो-दो मार्कशीट बनवाईं। पहली यूपी के आगरा की और दूसरी मध्य प्रदेश की। आगरा की मार्कशीट में उन्होंने अपनी जन्मतिथि 3 अगस्त 1964 बताई है, जबकि उनकी ही बेटी आरती के स्कूल प्रमाणपत्र में जन्मतिथि 15 जून 1976 है। यानी मां-बेटी की उम्र में महज 12 साल का अंतर है। शिक्षा अधिकारी के अनुसार, बहू ने ही जनसुनवाई में कई शिकायतें की थीं। जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।