भोपाल। बीएससी के फोर्थ सेमेस्टर के गणित विषय (पुराने पाठ्यक्रम) की परीक्षा 9 सितंबर से प्रारंभ होगी। स्नातक स्तर बीएससी फोर्थ सेमेस्टर के गणित विषय का पहला पेपर 9 सितंबर को होगा। दूसरा पेपर एक दिन के अंतराल के बाद 11 सितंबर और तीसरा पेपर 12 सितंबर को होगा। पेपर दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक रहेगा।
प्रवेश के चलते अब छात्रों का इंडक्शन 17 से होगा
भोपाल। प्रदेशभर के सभी कॉलेजों में पीजी और यूजी में एडमिशन लेने वाले नए छात्रों के लिए होने वाले इंडक्शन कोर्स की तारीख बढ़ा दी गई है। कॉलेजों में 12 सितंबर तक एडमिशन प्रक्रिया होना है। ऐसे में अब यह तीन दिवसीय प्रोग्राम 17, 18 और 19 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। इसमें सभी नए छात्रों को शामिल कराए जाना कॉलेज की जिम्मेदारी है।
शूटिंग अकादमी की नीरू ट्रेप इवेंट में शीर्ष स्थान पर
भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की खिलाड़ी नीरू देवी ने बारहवीं सज्जन सिंह सेठी मेमोरियल शूटिंग टूर्नामेंट के ट्रेप इवेंट में 125 में से 113 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह टूर्नामेंट मप्र शूटिंग अकादमी भोपाल में भारतीय टीम के चयन ट्रायल के रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसमें से जो टीम चुनी जाएगी वो एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेगी। एशियन में जीतने पर ओलिंपिक का टिकट मिलने संभावना रहेगी। इसमें कुल 25 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। नीरू के अलावा सीनियर वर्ग में उप्र के अनिरूद्ध सिंह ने 120, जूनियर वर्ग में उप्र के ही शार्दूल विहान ने 117, बालिका वर्ग में बिहार की श्रेयसी सिंह ने 116 अंक अर्जित किए।
आईईएस में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर सेमिनार
आईईएस ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशंस द्वारा प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर सेमिनार का आयोजन कैंपस के सभागार में किया गया जिसका शुभारंभ नगर निगम भोपाल अपर आयुक्त राजेश राठौर, सार्थक समुदिक विकास एवं जन कल्याण संस्था प्रोजेक्ट डाइरेक्टर इम्तियाज अली और आईईएस ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशंस ग्रुप डाइरेक्टर डॉ सुनीता सिंह ने किया। कार्यक्रम में अपर आयुक्त राजेश राठौर ने कहा कि कहा कि प्लास्टिक के दुरुपयोग से न केवल मानव बल्कि जानवर, जीव-जंतु प्रभावित हो रहे हैं साथ ही उन्होनें उपस्थित सभी श्रोताओं को समाज सेवा से जुडने के लिए प्रेरित किया। वहीं इम्तियाज अली ने छात्रों से प्लास्टिक ठोस अपशिस्ट प्रबंध में कचरा बीनने वाले बच्चों के अनमोल साहयोग की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मप्र में 4422 फिट सड़को के निर्माण में प्लास्टिक अपशिस्ट का उपयोग किया गया था। अंत में आईईएस के डीन आकडेमिक्स प्रो आर सी माहेश्वरी ने सभी आतिथिओ का आभार व्यक्त कर उन्हे स्मृति चिन्ह भेंट किया।