रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में बारना बांध के लबालब भर जाने से बीती रात से दो बार बांध के गेट खोलने से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 भोपाल जबलपुर मार्ग पर बारना नदी के पुल पर पानी आने से आज आवागमन बंद कर दिया गया है। बीती मध्यरात्रि को बारना बांध के चार गेट चालीस चालीस सेंटीमीटर खोल कर दस हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। रात में हुई बारिश से आज बांध के और गेट भी खोले गए हैं।
सितम्बर में भी होगी बारिश
मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, गुजरात सहित देशभर के किसानों के लिए अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने सितंबर में मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है। विभाग के मुताबिक इन दो महीनाें के दौरान बारिश दीर्घावधि औसत (एलपीए) की शत-प्रतिशत रह सकती है। दक्षिण पश्चिम मानसून के अंतिम दो महीनों (अगस्त-सितंबर) के लिए एलपीए करीब 42.83 सेमी है। यह पूरे मानसून सत्र (जून से सितंबर) का करीब 49 फीसदी है। मानसून सत्र के दौरान एलपीए के 89 सेमी रहने का अनुमान है।
ताजा अनुमानाें के मुताबिक ये परिस्थितियां मानसून के बाकी सत्र में भी बरकरार रहेगी। गौरतलब है कि चक्रवाती तूफान वायु के कारण मानसून कई दिन बाद केरल तट पर पहुंचा था और कई राज्यों में यह देरी से सक्रिय हुआ था। इससे खरीफ बुआई में देरी हुई। ऐसे में यदि अगस्त और सितंबर में भी मानसून कमजोर पड़ेगा तो खरीफ की फसल पर इसका असर पड़ सकता है।