भोपाल। मप्र अजाक्स भोपाल संभाग के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के उपसचिव डॉ. इलैयाराजा से मंत्रालय में जाकर मुलाकात की। जिसमें शिक्षकों की अनार्थिक मामलों की समस्याओं के निराकरण की चर्चा की।
8 माह से मंत्रालय में फाइल लम्बित है
अजाक्स भोपाल संभाग के अध्यक्ष बंशीलाल धनवाल ने बताया कि प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में करीब 45 हजार से ज्यादा सहायक शिक्षक कार्यरत थे। जिसमें से कई सहायक शिक्षक 42 साल सेवा देने के उपरांत उनका प्रमोशन नहीं हुआ है। जो वह सहायक शिक्षक के पद से ही सेवा निवृत्त हो गए। इस बार भी चुनावी घोषणा पत्र में वचन दिया कि सहायक शिक्षकों का पदनाम, पदोन्नति 3 माह के अंदर कर दी जाएगी। लेकिन 8 माह बीत गए हैं। मंत्रालय में फाइल लम्बित है।
कुल 30 हजार सहायक शिक्षक हैं
इन राष्ट्र निर्माताओं की कोई सुध लेने को तैयार नहीं हैं। जबकि शिक्षकों की कई मांगे तो अनार्थिक हैं। जिनको पूरा होने से सरकार पर कोई अलग से वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। श्री धनवाल ने कहा कि प्रदेश में करीब 30 हजार सहायक शिक्षक हैं। जिसमें से 5-6 हजार शिक्षक बगैर प्रमोशन लिए प्रतिवर्ष रिटायर्ड हो रहे हैं। इस तरह आने वाले 7-8 साल में सहायक शिक्षक पद ही विलुप्त हो जाएगा।
सहायक शिक्षकों का उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर पदोन्नति कराई जाए
अजाक्स ने मांग की है कि प्रदेश के सहायक शिक्षकों का उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर पदोन्नति कराई जाए। कम से कम पदनाम परिवर्तन कर उच्च श्रेणी शिक्षक कहा जाए। मुख्यमंत्री के उपसचिव डॉ. इलैयाराजा ने अजाक्स को भरोसा दिलाया कि शिक्षकों की मांग जायज है, जिनका बहुत जल्द निराकरण कराया जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में बंशीलाल धनवाल, रमेश जाटव, धनेंद्र बोरकर, जितेन्द्र जाटव आदि शामिल थे।