नीमच। मध्य प्रदेश में लगभग 15 वर्षो से सत्ता से बाहर रही कांग्रेस ने सत्ता काबिज करने के लिए लोक लुभावने वचन देकर प्रदेश की भोली भाली जनता को अच्छे सपने दिखाकर सत्ता पर काबिज हो गयी और जब बात वचन निभाने की आई तो वचन निभाना तो दूर, सन्तुष्टिप्रद जवाब देने में भी असमर्थ साबित हो रही है।
मध्य प्रदेश के लगभग 23 हजार साक्षर भारत मिशन के प्रेरक शिक्षकों की समस्या का निराकरण महज तीन माह में वचन दिया था पर आज दिवस तक अपना वचन नही निभाया और तो और विगत 18 जुलाई को प्रदेश के 42 जिलो के प्रेरक शिक्षको द्वारा मुख्यमंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमिटी को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उपस्थित होकर ज्ञापन सौंपकर 1 अगस्त 19 तक वचन पूरा करने का अल्टीमेटम दिया था और प्रेरको ने कहा था की उपरोक्त समयावधि में वचन पूरा करे अन्यथा आगामी 7 अगस्त 19, सुबह 11 बजे, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल का प्रदेश के 23 हजार प्रेरक शिक्षको द्वारा आदर्श प्रांतीय संविदा प्रेरक शिक्षक संघ के तत्वाधान में घेराव किया जायेगा की सार्वजनिक घोषणा व ज्ञापन सौंपकर दी गयी। पर उसके उपरांत भी कांग्रेस कमिटी व मुख्यमंत्री के कान पर जूं तक नही रेंगी।
संगठन के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश संरक्षक गोपालदास बैरागी नीमच ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि हम मध्य प्रदेश के 23 हजार प्रेरक शिक्षक व प्रेरक परिवार 6 वर्ष की सेवा के बाद भी निष्काषित किये गए है और हमारी नियुक्ति रोस्टर पद्दति से संविदा आधार पर प्रतिमाह 2 हजार रु मानदेय पर की गयी थी। और 31 मार्च 2018 को हमे निष्काषित कर बेरोजगार किया गया है हम बेरोजगारी की मार से अधिक आहत है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र के वचन क्रमांक - 47.23 पर वचन लिखित रूप में दिया है की अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो मध्य प्रदेश के प्रेरक शिक्षको की समस्या का निराकरण तीन माह में किया जायेगा।
पर विगत 2 अगस्त को संगठन के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश जैन से भेंट कर जानकारी चाही गयी की हम प्रेरको ने जो ज्ञापन दिया था उस पर म.प्र.सरकार द्वारा कोई निर्णय लिया गया है या जिन संविदा कर्मचारी के लिए निर्णय सरकार ने लिया है उसमे प्रेरक शिक्षक भी शामिल है क्या? तो प्रदेश उपाध्यक्ष ने सन्तुष्टिप्रद जवाब न देते हुए अपना पल्ला जाड़ लिया है। प्रेरक शिक्षको में काफी हद तक रोष व्याप्त है।
प्रदेश के प्रेरक पूरी ऊर्जा के साथ अपने अधिकार की लड़ाई हेतु 7 अगस्त को भोपाल में कांग्रेस कार्यालय का घेराव शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे इसके बावजूद भी सरकार व प्रदेश कांग्रेस कमिटी अपने वचन के प्रति अटल नही रहती है तो प्रेरक शिक्षको द्वारा कठोर निर्णय लिया जा सकता है। साथ 23 हजार प्रेरको ने शासन प्रशासन को लिखित रूप से ज्ञापन व सुचना पत्र सौंपकर अवगत करवा दिया है की 7 अगस्त के घेराव आयोजन में प्रेरक शिक्षको के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस कमिटी व मध्य प्रदेश सरकार की होगी। नीमच जिले से सेंकडो प्रेरक करेंगे 6 अगस्त को भोपाल के लिए कुंच।