BHOPAL-JODHPUR ट्रेन में महिलाओं का लूटा, HELPLINE ने कहा 'हम क्या करें', थाना प्रभारी बोला रोज की बात है

Bhopal Samachar
भोपाल। भोपाल-जोधपुर ट्रेन में 2-3 अगस्त की दरमियानी रात यात्रियों के साथ लूटपाट का मामला सामने आया है। यह घटना रुठियाई और छबड़ा के बीच हुई। ट्रेन में पहले से सवार दो बदमाशों ने महिला यात्रियों को निशाना बनाया और उनके जेवर खींचकर ले गए। इस दौरान एक आरोपी के साथ यात्रियों की झूमाझटकी भी हुई लेकिन वह छूटकर चलती ट्रेन से कूद गया। इस दौरान ट्रेन में सवार लोगों ने रेलवे की हेल्पलाइन पर संपर्क किया लेकिन वहां से दो टूक जवाब मिला कि आप गार्ड या टीटी से बात करें, हमारी ओर से कोई मदद नहीं की जा सकती। 

ट्रेन में गुना से जुड़े कुछ यात्री, जिनमें रवि जैन, आजाद धाकड़, मिथलेश धाकड़ आदि शामिल हैं, ने बताया कि रात करीब 12.50 के आसपास ट्रेन एस-2 बोगी में यह घटना हुई। संभवत: बोगी में पहले से सवार दो लोगों ने महिला यात्रियों के जेवर खींचना शुरू कर दिए। इस दौरान उन्होंने गुना के जगदीश काॅलोनी में रहने वाली मिथलेश धाकड़ के कान के सोने के बुंदे भी खींच लिए, जिससे उनका कान फट गया और उन्हें खून निकल आया। एक महिला की चेन खींची गई। वहीं ऊपर की बर्थ पर सो रही एक महिला के पैर की पायल खींचने की कोशिश की गई। इस पर महिला ने उक्त आरोपी को लात मार दी। वहीं नीचे की बर्थ पर मौजूद एक अन्य यात्री ने उसे घूंसा मारा। उसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन वह चलती ट्रेन से कूदकर भाग गए। 

हेल्पलाइन ने कहा: हम क्या करें, टीटी से बात करो

घटना के बाद गुना ने एक यात्री ने हेल्पलाइन से हुई बातचीत की रिकॉर्डिग भेजी। इस पर संपर्क करने पर पहला ही विकल्प सुरक्षा सहायता व चिकित्सा सहायता का आता है। पर जब इस संबंध में हेल्पलाइन अधिकारी से बात हुई तो उन्होंने दो टूक कहा कि आप टीटी या गार्ड से संपर्क करें, हम कोई मदद नहीं कर सकते। 

टीटी ने कहा आपको सावधान रहना चाहिए

घटना के बाद जब यात्रियों ने शोरगुल मचाया तो टीटी वहां पहुंच गए। वे उलटे यात्रियों को ज्ञान देने लगे कि आप लोगों को दरवाजा बंद रखना था। इस पर यात्रियों ने उन्हें बताया कि आप देख लें दरवाजों में लॉक तक नहीं हैं। इस पर टीटी महाशय ने भी खामोशी ओड़ ली। हालांकि गेट लगाने से भी फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि ऐसी लूट के मामलों में आरोपी पहले से ही ट्रेन में सवार हो जाते हैं। 

पूरी ट्रेन में एक भी सुरक्षा गार्ड नहीं 

रुठियाई से बारां के बीच का यह रूट अपराधों के नजरिए से बेहद संवेदनशील है। तीन साल में इस रूट पर लूट-पाट की 30 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें भी रुठियाई से धरनावदा के बीच सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं। इसके बावजूद घटना के दौरान जीआरपी या आरपीएफ का एक भी सुरक्षाकर्मी नहीं आया। 

दयोदय एक्स. में भी हुई लूटपाट 

लूटपाट करने वाले एक आरोपी के साथ खींचतान के दौरान उसके हाथ से एक फाइल गिर गई। इसमें मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज थे। इन पर देवांश श्रीमाल नाम लिखा था। उक्त नाम का कोई शख्स बोगी या पूरी ट्रेन में नहीं था। बात में पता चला कि संभवत: उक्त व्यक्ति दयोदय एक्सप्रेस में सफर कर रहा होगा, जो कुछ ही देर पहले गुजरी थी। 

गुना जीआरपी ने कहा - हम कुछ नहीं कर सकते 

इस मामले में मौका-ए-वारदात का विवाद भी खड़ा हो गया। गुना जीआरपी के सब इंसपेक्टर तुलसीराम दरबार से जब घटना को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें ऐसा कोई पाइंट नहीं मिला। हमारा थाना क्षेत्र धरनावदा तक ही। यह घटना इसके बाहर ही हुई होगी। हालांकि रुठियाई चौकी के आरपीएफ प्रभारी कुंवर सिंह ने घटना होने की बात मानी। उनका भी यही कहना था यह हमारे इलाके से बाहर की घटना है। उन्होंने यह भी बताया कि रात में छबड़ा आरपीएफ से संपर्क हुआ था और उनके द्वारा जीआरपी थाना का नंबर मांगा गया था। 

टीटी ने जयपुर में रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा 

उधर यात्रियों का कहना था कि हमने जब टीटी से बात की तो उनका कहना था कि इस मामले में अब जयपुर में ही रिपोर्ट हो पाएगी। जबकि जिन यात्रियों के साथ घटना हुई उन्हें जयपुर तक जाना ही नहीं था। ज्यादातर को कोटा तक जाना था। 

भड़क उठे छबड़ा आरपीएफ प्रभारी 

इस घटना को लेकर छबड़ा आरपीएफ प्रभारी राजकुमार मीना से भी संपर्क किया गया। पहले तो वे भड़क उठे कि इतनी सी बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है। उनका दावा था कि सिर्फ एक ही महिला के कान के बाले खींचे गए हैं। ऐसी घटनाएं तो आपके रुठियाई इलाके में रोज होती रहती हैं। 

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