भोपाल। भारत देश में तबादला सरकारी नौकरशाह, अधिकारी या कर्मचारियों के होते हैं। देश में शायद यह पहली बार हुआ होगा जब किसी राज्य ने चुने हुए जनप्रतिनिधि का तबादला कर दिया। मध्यप्रदेश के रीवा में जिला पंचायत ने सरपंच का तबादला आदेश जारी कर दिया। बाद में बताया गया कि पंचायत सचिव का तबादला किया जाना था, गलती से सरपंच का हो गया।
रीवा में तबादले की हड़बड़ी में प्रशासन की ओर से एक सचिव की जगह सरपंच का ही ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले पर कमलनाथ सरकार के पंचायती राज मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि हमने जांच का आदेश दिया है। जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में सरकार के स्तर पर त्रुटि नहीं हुई है।
बता दें कि रीवा में पिछले दिनों पंचायत सचिवों के तबादलों के आदेश जारी किए गए, जिसमें एक सरपंच का भी नाम था। जिले की शिवपुरवा ग्राम पंचायत की प्रभारी विभा द्विवेदी की वजह गांव के सरपंच बिहारीलाल पटेल का ही ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले का खुलासा जब हुआ तब यह मामला मॉनसून सत्र के दौरान सदन में गूंजा।
सदन में बजट पर चर्चा करते हुए देवतालाब से बीजेपी विधायक गिरीश गौतम ने तबादलों में हुई गड़बड़ियों का खुलासा किया और कमलनाथ सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री तबादलों में इतने व्यस्त हैं कि सरपंच का ही तबादला कर दिया। गौरतलब है कि राज्य में ताबड़तोड़ तबादलों मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी पहले से ही कमलनाथ सरकार पर तबादला उद्योग चलाने के आरोप लगा रही है। ऐसे में प्रशासन की इस लापरवाही ने बीजेपी को एक और मुद्दा दे दिया है।