भोपाल। शिवराज सरकार में हुई विदेश यात्राओं का कच्चा चिठ्ठा आखिरकार सामने आ ही गया है। ये विदेश यात्राएँ जनता को अंधेरे में रखकर सिर्फ विदेश घूमने के लिए की गई थीं। इनका प्रदेश के निवेश क्षेत्र में कोई असर नहीं हुआ। इन देशों से कोई भी निवेश नहीं आया है।
पंद्रह साल पहले जो निवेश हुआ था वही जारी है, जबकि इन यात्राओं के प्रचार-प्रसार पर जनता के करोड़ों रुपए के विज्ञापन फूँके गए और जनता कर्ज में डूबती चली गई। कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा की गई विदेश यात्राओं की जानकारी विधानसभा में पूछे गये प्रश्न के प्रश्न क्रमांक 816 के जवाब में सामने आई है।
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान 2009 से 2016 तक विदेशी निवेश लाने के नाम पर 24 बार विदेश यात्राओं पर गए। वे 2009 से हर साल विदेश गए इनमें सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, नीदरलैण्ड एवं इटली, चीन, जापान, कोरिया एवं सिंगापुर, यूएसए, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, यूएसए, जापान एवं साउथ कोरिया, यूके, ओमान इनमें से सिंगापुर, जापान, और चीन दो-दो बार और जर्मनी तीन बार और यूएसए चार बार गए। ये सभी यात्राएँ जनता के पैसे पर निवेश लाने के बहाने की गई। आज तक कितना निवेश इन देशों से आया इसका वे जवाब तक नहीं दे पाये।