भोपाल। कर्जदार मध्यप्रदेश के खाली खजाने की मालिक कमलनाथ सरकार अपना पहला बजट पेश करने जा रही है। विधानसभा चुनाव में वोट के लिए वादे कर दिए थे। विश्वास दिलाने के लिए वादों को 'वचन' कहा और खुद को रघुकुल की रीति का नेता लेकिन अब चुनौती आ गई है तो सरकार की हालत पतली है। निजी क्षेत्र से महंगे ब्याज पर कर्ज लेने की तैयारी चल रही है। इस बीच बजट में जनता की उम्मीदों पर खरा भी उतरना है। आइए अनुमान लगाते हैं। ग्रेजुएट से 12वीं पास रह गए वित्त मंत्री तरुण भनोट जनता के लिए अपने पिटारे में क्या ला सकते हैं।
- कमलनाथ सरकार केंद्र की आयुष्मान योजना की तर्ज पर महा आयुष्मान योजना लागू करने जा रही है। राइट टू वाटर और राइट टू हेल्थ योजना के लिए बजट में प्रावधान तो जरूर होंगे।
- हालांकि राहुल गांधी अब कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं हैं लेकिन फिर भी जय किसान ऋण माफी योजना के लिए भी बजट में भी प्रावधान रहेंगे।
- लघु एवं सूक्ष्म उद्योग के लिए भी राशि में बढ़ोतरी हो सकती है।
- बड़े उद्योगों को लाने के लिए सरकार बजट में नई घोषणा कर सकती है।
- नगरीय विकास, ग्रामीण विकास, कृषि, पशुपालन, चिकित्सा शिक्षा, बिजली, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, सहकारिता के लिए प्रावधान रखा जाएगा।
- बजट में सरकार का अगले 5 साल का रोड मैप स्पष्ट हो सकता हैै।
- कुल मिलाकर बजट में चमत्कार नहीं होगा।
- सरकार पर चुनाव का दवाब नहीं है, यह भी साफ नजर आएगा।
- चुनाव में पेट्रोल/डीजल से वेट टैक्स हटाने का वचन दिया था परंतु बजट में इसे हटाने की आधिकारिक घोषणा होगी, उम्मीद कम ही है।