EDUCATION PORTAL फुस्स: अतिशेष, अतिथि शिक्षकों के नाम पर मजाक बना शिक्षा विभाग

भोपाल। मप्र शिक्षा विभाग में पोर्टल पर पुरानी जानकारी अपलोड है, अपडेट के पते नहीं। मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार ने बताया कि शिक्षा विभाग इन दिनों तबादलों के लिए मशक्कत करते हुए तय समय-सीमा बढ़ा चुका है। तबादलों के पूर्व अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की गई। पोर्टल पर सही जानकारी के अभाव में भारी बारिश में अतिथि शिक्षक पदाभिलाषि स्कूल-स्कूल आवेदन लेकर कई किलोमीटर भटकते हताश, निराश व परेशान होते देखे गये। 

जहां पोर्टल रिक्त पद बता रहा वहां पहले से शिक्षक कार्यरत मिले। वहीं अतिशेष शिक्षकों की सूचियाँ पोर्टल मनमानी करते उगल रहा है, कुल मिलाकर शिक्षा विभाग पोर्टल के कारण परेशानी व मजाक बन गया। दिनांक 24 जून से सत्र 2019-20 नियमित प्रारंभ हो चुका है। भर्ती अभियान के तहत दर्ज संख्या बढ़ाई गई है। चालू विधानसभा सत्र में माननीय विधायक अनिरूद्ध मारू  विधानसभा क्षेत्र मनासा जिला नीमच ने प्रदेशभर में 30 जून 2019 को विद्यालय में दर्ज छात्र व कार्यरत शिक्षकों की जानकारी के लिए तारांकित प्रश्न लगाया है। 

मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ मांग करता है कि इसी जानकारी को आधार बनाकर जिले के कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं जिला शिक्षा अधिकारी को अधिकृत कर काउंसिल के माध्यम से अतिशेष शिक्षकों का पक्ष सुनते हुए नियमानुसार पारदर्शी रूप से कार्रवाई  संपन्न करवाये। पोर्टल फुस्स साबित हो रहा है, इससे जानकारियां गलत निकलने से अतिथि शिक्षक पदाभिलाषि, अतिशेष शिक्षक परेशानियों के चलते बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। शैकणिक सत्र चालू होने पर शिक्षकों के तबादले हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहे है। कई मामलों में माननीय न्यायालय पूर्व में चालू सत्र में तबादलों पर स्थगन दे चुके है। प्रदेश का शिक्षा विभाग अपनी कार्रवाई न्यायपूर्वक करेगा ऐसी आशा है। 

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