भोपाल। मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा संकट 'वित्त' है। सरकार का खजाना ना केवल खाली है बल्कि करीब 2 लाख करोड़ रुपए का कर्ज भी है। यानी प्रति मतदाता करीब 40000 रुपए का कर्ज है। ऐसे में उम्मीद थी कि वित्त मंत्रालय किसी ऐसे व्यक्ति को दिया जाएगा जिसके पास ना केवल अच्छा अनुभव होगा बल्कि जो चमत्कारी परिणाम दिखाने में सक्षम भी होगा परंतु सीएम कमलनाथ ने जिस विधायक तरुण भनोट को वित्त मंत्रालय सौंपा है वो तो मात्र 12वीं पास है।
2013 विधायक तरुण भनोट के शपथ पत्र के अनुसार वो 12वीं पास है। हालांकि 2008 के शपथ पत्र में उन्होंने खुद का ग्रेजुएट बताया था। उनके दोस्तों का कहना है कि ग्रेजुएशन के लिए तरुण ने बीई में एडमिशन लिया था। 1St ईयर निकालकर 2nd ईयर में एडमिशन भी ले लिया था लेकिन फिर पढ़ाई छोड़ दी। यह बताने वाला कोई नहीं मिला तो आखिर वो क्या परिस्थितियां थीं जो तरुण भनोट को पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
5 साल में 400 प्रतिशत बढ़ी संपत्ति
तरुण भनोट संपत्ति में 5 साल में 400 प्रतिशत से ज्यादा इजाफ तब हुआ जबकि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार थी। शपथपत्र 2008 के अनुसार तरुण की कुल संपत्ति 1,56,27,345 थी जबकि 2013 के शपथ पत्र के अनुसार इनकी कुल संपत्ति 7,20,12,352 हो गई थी।
कई योजनाएं बंद होंगी: भनोट
वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा है कि प्रदेश भाजपा सरकार के समय शुरू की गई कई योजनाएं बंद की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों से उन योजनाओं को चिन्हित करने गया है, जिनका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार के समय राजनीतिक रूप से अपने कार्यकर्ताओं को लाभ देने के लिए इस तरह की योजनाएं शुरू की गई थी। एक महीने के भीतर इन योजनाओं को बंद कर दिया जाएगा।
कई योजनाएं बंद होंगी: भनोट
वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा है कि प्रदेश भाजपा सरकार के समय शुरू की गई कई योजनाएं बंद की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों से उन योजनाओं को चिन्हित करने गया है, जिनका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार के समय राजनीतिक रूप से अपने कार्यकर्ताओं को लाभ देने के लिए इस तरह की योजनाएं शुरू की गई थी। एक महीने के भीतर इन योजनाओं को बंद कर दिया जाएगा।