जबलपुर। मोबाइल चोर को पकड़ने गई जीआरपी टीम को उस समय जान के लाले पड़ गए जब चोर ने कमरे में रखे पिटारे में से कालानाग निकाल कर जीआरपी के जवानों पर उछाल दिया, जिसे देखकर जीआरपी के जवान में भगदड़ मच गई और वो दहशत के मारे घर से बाहर की ओर भागे। इस दौरान बाहर खड़े जीआरपी के जवानों ने घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया, तब जाकर सभी की सांस में सांस आई।
बाद में टीम ने आरोपी को घेराबंदी का पकड़ा और उसे रेल न्यायालय में पेश कर दिया। मदन महल आरपीएफ चौकी प्रभारी राजेश राज ने बताया कि अमरकंटक एक्सप्रेस से एक महिला यात्री का पर्स चोरी करने के बाद शातिर बदमाश कटनी निवासी दीपक नागवंशी पिता सुहागनाथ नागवंशी(Deepak Nagvanshi father Suhaganath Nagvanshi), जो सपेरा भी है, चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गया था। जिसमें एक मोबाइल के साथ 16 हजार रुपए नकद थे। पीड़ित महिला ने जीआरपी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसकी सीडीआर जांच करने पर मोबाइल की लोकेशन कटनी बड़वारा में दिखाई दी। इसकी जानकारी जीआरपी थाना प्रभारी सुनील नेमा को दी, उन्होंने यदुवंश मिश्रा, विनय मिश्रा, जगन्नाथ सिंह, सुशील सिंह, रामजी गोस्वामी, रत्नेश यादव और अनुराग तिवारी को कटनी जाकर आरोपी को पकडऩे टीम बनाई।
बड़वारा पहुंचने पर जैसे ही जीआरपी टीम ने आरोपी का दरवाजा खटखटाया, दीपक ने पिटारे में रखे सांपों में से एक काले रंग के नाग को जीआरपी की टीम पर उछाल दिया। काले नाग को हवा में लहराते और फुफकारते देखकर जीआरपी के जवानों में भगदड़ मच गई और वो अपनी जान बचाकर बाहर की ओर भागे। उन्होंने देखा कि जहरीला सांप जमीन पर गिरा और फिर हवा की गति से लहराते हुए पास कमरे के बाहर झाड़ियों में गुम हो गया। मोबाइल चोर सपेरे की हरकत से नाराज टीम ने कुछ देर इंतजार करने के बाद घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया और उसे उसकी हरकत के लिए सबक सिखाया। सपेरे द्वारा मोबाइल और पर्स चोरी स्वीकार करने के बाद उसे रेल न्यायालय में पेश कर दिया गया।