जबलपुर। सुरेश उपाध्याय ने पीएचई के एसडीओ पद पर रहते हुए मोटी कमाई के ऐसे रास्ते निकाले कि कुछ ही सालों में वो शहर के किसी भी करोड़पति से रेस लगाते नजर आए। उन्होंने अपनी पत्नी को भाजपा का नेता बनाया और बेटे को बिल्डर, लेकिन कमाई के हिसाब किताब में पकड़े गए। उपाध्याय दंपत्ति के जीवन भर की कुल आय करीब 2 करोड़ रुपए होना चाहिए परंतु अब तक EOW को 900 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज मिल चुके हैं। EOW अधिकारियों को उम्मीद है कि यह आंकड़ा 1000 करोड़ के पार जाएगा।
रिश्तेदार और दोस्तों को भी लाखों दिलाए
पीएचई के रिटायर्ड एसडीओ सुरेश उपाध्याय ने अपनी अकूत कमाई से खुद का साम्राज्य तो खड़ा किया ही, साथ ही कई रिश्तेदारों व साथ में नौकरी करने वाले दोस्तों को भी मालामाल कर दिया। ईओडब्ल्यू की जांच में हर घंटे जहां नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं व्यापक पैमाने पर प्रॉपर्टीज खरीद-फरोख्त की जानकारियां भी पहुंच रहीं हैं।
उपाध्याय फैमिली वीकेंड पर विदेश चली जाती थी
गुरुवार को ईओडब्ल्यू ने बरामद की गई रजिस्ट्रियों के संबंध में लोगों को बुलाकर पूछताछ की तथा उपाध्याय परिवार की पासपोर्ट्स की भी पड़ताल की गई। ईओडब्ल्यू की जांच में गुरुवार को पासपोर्ट की पड़ताल के दौरान पाया गया कि उपाध्याय परिवार सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, श्रीलंका समेत कई देशों में मौज के लिए अनेक बार गया है। विदेशों में आने-जाने तथा रहने-खाने पर भी करोड़ों रुपये खर्च किया गया।
बैंक डिटेल्स का इतंजार
ईओडब्ल्यू ने उपाध्याय परिवार के सभी बैंक खातों को सीज कर स्टेटमेंट तलब किया है लेकिन वह अब तक नहीं मिल पाया है। गुरुवार को भी बैंक स्टेटमेंट हासिल करने के लिए बैंक अधिकारियों से संपर्क किया गया।
गृह मंत्रालय ने मांगी जानकारी
ईओडब्ल्यू इस बात को हालांकि सिरे से खारिज कर रहा है लेकिन चर्चा है कि सुरेश उपाध्याय की शिकायत तीन बार ईओडब्ल्यू तक पहुंची पर वहां सुनवाई नहीं की गई। यह जानकारी जब गृह मंत्रालय तक पहुंची तो प्राप्त शिकायत और उस पर कार्रवाई न किए जाने वाली जानकारी का ब्यौरा ईओडब्ल्यू मुख्यालय से तलब की गई है।
सचिन को ऑस्ट्रेलिया से एमबीए करवाया है
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि सुरेश उपाध्याय का पुत्र सचिन उपाध्याय एमबीए की पढ़ाई करने ऑस्ट्रेलिया गया था। वहीं रहकर उसने पूरी पढ़ाई की है और इस पर भी काफी पैसा खर्च किया गया। यह भी चर्चा का विषय बना है कि इस दौरान सियासतदानों ने सचिन को पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने का जश्न भी मनाया था।
900 एकड़ जमीन की खरीदी
बताया जाता है कि ईओडब्ल्यू के पास अब तक करीब 900 एकड़ जमीन के दस्तावेज पहुंच चुके हैं। यह न सिर्फ उपाध्याय परिवार के नाम पर दर्ज है बल्कि रिश्तेदारों, दोस्तों तथा सियासी रसूख वाले साथियों के नाम भी हैं। जमीनें कब, कैसे और किस-किस की साझेदारी में खरीदी गई हैं? उसका वर्तमान स्वरूप क्या है? यह सब पता लगाया जा रहा है। ईओडब्ल्यू उसी संपत्ति का खुलासा कर रही है जो उसके सत्यापन में प्रमाणित हो रहीं हैं।
चार टीमें कर रहीं जांच
ईओडब्ल्यू की चार टीमें बनाकर पड़ताल की जा रही है। दस्तावेजों का सत्यापन ईओडब्ल्यू के डीएसपी राज्यवर्धन महेश्वरी, इंस्पेक्टर स्वर्णजीत सिंह धामी, छविकान्ति आर्मो, शशिकला मस्कोले, एसआई कीर्ति शुक्ला, एसआई मोमेन्द्र कुमार मस्कोले, एसआई गोविन्द यादव द्वारा किया जा रहा है।