ग्वालियर। 45 डिग्री पार कर रहे तापमान में मैदानी सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं हैं। ड्यूटी पर तैनात GRP के एक हेड कॉन्स्टेबल विनोद सिंह तापघात के शिकार हो गए। सरकार ने उनका इलाज नहीं कराया। वो सतना के रहने वाले हैं। ग्वालियर में परिवार साथ नहीं था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
ग्वालियर चंबल अंचल में भीषण गर्मी अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। ग्वालियर में जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल की लू लगने से मौत हो गई। 55 वर्षीय विनोद सिंह ग्वालियर जीआरपी में हेड कॉन्स्टेबल के तौर पर तैनात थे। 2 दिन पहले ड्यूटी के दौरान विनोद सिंह लू की चपेट में आ गए थे। बीमार विनोद सिंह का आरोग्यधाम अस्पताल में इलाज कराया गया। इलाज के बाद वो अपने रेलवे क्वॉर्टर स्थित घर पर आराम कर रहे थे। वो सतना के रहने वाले थे। यहां वो अकेले ही रह रहे थे।
घर पर मिली लाश-
देर रात जीआरपी के स्टाफ हेड कॉन्स्टेबल विनय सिंह उनके लिए खाना लेकर पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद पाया। आवाज देने के बावजूद जब विनोद सिंह ने दरवाजा नहीं खोला तो स्टाफ ने जीआरपी अफसरों को इसकी सूचना दी। जीआरपी टीआई अजीत सिंह चौहान सहित आला अधिकारी रेलवे क्वार्टर पहुंचे और वहां दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे। अंदर पलंग पर प्रधान आरक्षक विनोद सिंह बेहोश पड़े थे। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनके मृत घोषित कर दिया।