ग्वालियर। डीडी मॉल के संचालक (DD Mall's Director) आनंद छापरवाल, मंजरी छापरवाल व आदित्य छापरवाल (Anand Chaparwal, Manjari Chaparwal, Aditya Chaparwal) के खिलाफ यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने शुक्रवार को 3 करोड़ की अमानत में ख्यानत व धोखाधड़ी व धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है। नगर के व्यवसाई जसविंदर सिंह की लिखित शिकायत पर दर्ज किया गया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करने के बाद व्यापारियों के बीच लेन-देन की पड़ताल शुरु कर दी है।
यूनिवर्सिटी थाना प्रभारी वायएस तोमर ने बताया कि सिटी सेंटर निवासी जसविंदर पुत्र इंदर सिंह (Jaswinder Singh Inder Singh) अपने अभिभाषकों के साथ शुक्रवार की दोपहर को लिखित शिकायत लेकर आये। जसविंदर ने लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि डीडी मॉल के संचालक आनंद छापरवाल, पत्नी मंजरी छापरवाल व बेटे आदित्य छापरवाल पर भरोसा कर 3 करोड़ के लगभग के लगभग की राशि बतौर उधार 2018 में दी थी। अब छापरवाल परिवार वादे के अनुसार यह राशि लौटने से आनाकानी कर रहे हैं। उधारी की राशि मांगने पर धमका रहे हैं। टीआई ने बताया कि लिखित आवेदन पर धारा 406, 420, 504 व 506 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस प्रकरण दर्ज करने के बाद पड़ताल कर रही है कि राशि का लेन-देन कैसे व किस लिये हुये था। फिलहाल फरियादी ने बताया है कि चेकों के माध्यम से यह राशि दी थी। प्रकरण दर्ज करने के बाद फरियादी जसविंदर व साक्षियों के कथन लिये जाएंगें। साक्ष्यों का सुक्ष्मता से परीक्षण किया जाएगा। जसविंदर सिंह भी नगर के ऑटो व्यवसाई है।
यूनिवर्सिटी थाना प्रभारी वायएस तोमर ने बताया कि सिटी सेंटर निवासी जसविंदर पुत्र इंदर सिंह (Jaswinder Singh Inder Singh) अपने अभिभाषकों के साथ शुक्रवार की दोपहर को लिखित शिकायत लेकर आये। जसविंदर ने लिखित शिकायत के माध्यम से बताया कि डीडी मॉल के संचालक आनंद छापरवाल, पत्नी मंजरी छापरवाल व बेटे आदित्य छापरवाल पर भरोसा कर 3 करोड़ के लगभग के लगभग की राशि बतौर उधार 2018 में दी थी। अब छापरवाल परिवार वादे के अनुसार यह राशि लौटने से आनाकानी कर रहे हैं। उधारी की राशि मांगने पर धमका रहे हैं। टीआई ने बताया कि लिखित आवेदन पर धारा 406, 420, 504 व 506 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस प्रकरण दर्ज करने के बाद पड़ताल कर रही है कि राशि का लेन-देन कैसे व किस लिये हुये था। फिलहाल फरियादी ने बताया है कि चेकों के माध्यम से यह राशि दी थी। प्रकरण दर्ज करने के बाद फरियादी जसविंदर व साक्षियों के कथन लिये जाएंगें। साक्ष्यों का सुक्ष्मता से परीक्षण किया जाएगा। जसविंदर सिंह भी नगर के ऑटो व्यवसाई है।