इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में मंगलवार को हुई छात्र सुनवाई में ज्यादातर आवेदन रिव्यू के लिए आए। इसमें विद्यार्थियों ने रिव्यू के लिए ऑफलाइन राशि जमा करने अनुमति मांगी। मामले में अधिकारियों ने विद्यार्थियों से कारण जानने के बाद अनुमति दी। वहीं मार्कशीट और डिग्री में गलतियों को ठीक करवाने के लिए भी छात्र आए, जिन्हें सात दिन का समय दिया गया।
सुनवाई सुबह 11.30 बजे शुरू हुई। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी और डिप्टी रजिस्ट्रार प्रज्जवल खरे ने विद्यार्थियों की समस्या का समाधान किया। बीकॉम के छात्र संतोष गौर ने बताया कि बीकॉम पांचवें सेमेस्टर की मार्कशीट में पिता का नाम गलत लिखा आया है, जिसे ठीक करवाने के लिए आवेदन दिया है। बीबीए चौथे सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे अनमोल शर्मा ने बताया कि उसे कंज्यूमर बिहेवियर विषय में कम अंक मिले हैं। बीमार होने से रिव्यू का ऑनलाइन फॉर्म नहीं भर पाया, इसलिए उसने ऑफलाइन राशि जमा करने के लिए आवेदन दिया था। इस पर अधिकारियों ने उसे मंजूरी दे दी।
लॉ छात्र आनंद जायसवाल ने बताया कि एलएलबी चौथे सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म की अंतिम तारीख निकल गई है। दो दिन पहले ही उसका सेकंड सेमेस्टर का रिव्यू रिजल्ट आया है। उसके बाद उसने फॉर्म भरने का निर्णय लिया, मगर उसके लिए अधिकारियों की अनुमति जरूरी थी, इसलिए उसने विश्वविद्यालय में आवेदन दिया है।