ग्वालियर। सीएम हैल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण समय पर न करने तथा शिकायतों को बिना अटेण्ड किए ही एल-2 पर जाने पर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने जिले के पाँच अधिकारियों को कारण बाताओ सूचना पत्र जारी कर तीन दिवस में जवाब मांगा है। समय पर जवाब प्राप्त न होने पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
कलेक्टर चौधरी ने अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक में सीएम हैल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पाया कि कुछ अधिकारियों द्वारा सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण गंभीरता से नहीं किया जा रहा है। इसके साथ ही पोर्टल पर शिकायत प्राप्त होने पर शिकायत का अवलोकन न कर कार्य के प्रति लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करने का निर्णय लेते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए हैं। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने जिन अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए हैं उनमें ब्लॉक मेडीकल ऑफीसर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भितरवार डॉ. यशवंत शर्मा, सब इंजीनियर पेयजल नगर निगम ए.पी.एस. भदौरिया, सब इंजीनियर पेयजल नगर निगम विष्णु पाल, जोनल अधिकारी सीवरेज नगर निगम ग्वालियर मनीष कन्नौजिया तथा जोनल अधिकारी साफ-सफाई नगर निगम पवन शर्मा शामिल हैं।
कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कारण बताओ सूचना पत्र में कहा है कि आवेदन पत्रों एवं शिकायतों का लंबित रहना कार्य के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही का घोतक है। ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1986 के अंतर्गत कार्रवाई की जायेगी। जिन अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है, वे तीन दिवस के अंदर शिकायतों का विधिवत निराकरण कर जवाब प्रस्तुत करें। जवाब प्रस्तुत न करने की स्थिति में एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए संभागीय आयुक्त को कार्रवाई हेतु प्रस्ताव भेजा जायेगा।