नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मराठा नेता एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार अब कांग्रेस के हाईकमान बनने की कोशिश में जुट गए हैं। राहुल गांधी के इस्तीफा पर अड़ जाने के बाद शरद पंवार ने अपनी कोशिशें तेज कर दीं हैं। वो कांग्रेस और एनसीपी का विलय करने के लिए तैयार हैं। बता दें कि शरद पंवार मूलत: कांग्रेस नेता हैं। सोनिया गांधी के खिलाफ उन्होंने एनसीपी का गठन किया था।
2 कमजोर मिलकर शक्तिशाली बनने का फार्मूला
महाराष्ट्र से खबर आ रही है कि कई कद्दावर नेताओं के भाजपा या शिवसेना में जाने के बाद से महाराष्ट्र कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी में हलचल मची हुई है। ऐसे में एनसीपी के कांग्रेस में विलय की बातें जोर पकड़ रही हैं। मोदी के सत्ता में आने के बाद दोनो ही दल कमजोर हैं। कांग्रेस और एनसीपी के आलाकमान को फैसला करना है, लेकिन दोनों दलों के नेताओं में चर्चा जोरों पर है कि अब एनसीपी का कांग्रेस में विलय हो जाना चाहिए। इस विलय का सुझाव देने वाले नेता दोनों दलों में हैं लेकिन आलाकमान का रुख साफ हुए बिना खुलकर बोलने से बच रहे हैं।
पहले यह दलीलें दी जा रहीं थीं
पार्टी के नेताओं ने अंदरखाने प्रस्ताव भी तैयार किया है, जिसके तहत विलय होने पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पद दे दिया जाए। इससे विपक्षी एकता को पवार धार देंगे। वहीं लोकसभा में एनसीपी के 5 सांसदों के विलय से कांग्रेस सदस्यों की संख्या भी बढ़कर 57 हो जाएगी और उसको विपक्ष के नेता का पद भी मिल जाएगा, जिस पर राहुल खुद काबिज होकर मोदी सरकार से मुकाबला कर सकते हैं।