आरक्षण से डॉक्टर बनी थी, साथी अयोग्य बताते थे, सुसाइड कर लिया | NATIONAL NEWS

मुंबई। महाराष्ट्र के बीवाईएल नायर अस्पताल की एक रेजीडेंट डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। महिला डॉक्टर का नाम पायल तड़वी बताया गया है। पायल के पति सलमान का कहना है कि तीन सीनियर डॉक्टर उसे अयोग्य बताकर ताने मानते थे क्योंकि उसे आरक्षित कोटे की सीट मिली थी। पायल आदिवासी थी। वह टॉपिकल नेशनल मेडिकल कॉलेज में गायनोकोलॉजी एंड ऑब्स्टेट्रिक्स के सेकेंड ईयर में अध्ययनरत थी और विवाहित थी।

जाति नहीं आरक्षण को लेकर ताना मारा था, महिला आयोग ने रिपोर्ट मांगी

मिली जानकारी के अनुसार तीनों आरोपी डॉक्टर आरोपी डॉक्टर्स हेमा आहूजा, डॉ.भक्ति महिरे और डॉ. अंकिता खंडेलवाल इस घटना से डरे हुए हैं। उन पर रैगिंग का आरोप है। महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने उनकी सदस्यता समाप्त कर दी है। उनका कहना है कि इस मामले में मीडिया और पुलिस द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। वे इस मामले में रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन और अन्य संबंधितों से अपना पक्ष जान लेने और निष्पक्ष जांच करने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर अस्पताल के डीन से महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में राज्य महिला आयोग ने डीन को नोटिस जारी कर दिया है।

एंटी रैगिंग समिति गठित

अस्पताल के डीन डॉ. रमेश भरमाल ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच के लिए एक एंटी रैगिंग समिति का गठन किया गया है। आरोपी वरिष्ठ डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया है। वे फिलहाल मुंबई में नहीं हैं। इस मामले में जांच की जा रही है।

पायल के पति सलमान ने बताया

वहीं मृत महिला डॉक्टर पायल के पति और बालासाहेब ठाकरे मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर सलमान ने बताया कि दिसबंर 2018 में एक शाम डिनर के बाद हम दोनों साथ थे और वो अचानक ही जोर-जोर से रोने लगी, कहने लगी कि अब उससे सहा नहीं जाता है। मैंने उसे कुछ दिन अस्पताल जाने नहीं दिया। जिसके बाद उसे बेहतर लग रहा था, करीब एक सप्ताह बाद मैं उसके साथ एचओडी से मिला। और उन्हें मामले की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पायल को एक कोर्स के लिए दूसरी यूनिट में भेज दिया था।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !