भोपाल। नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबां में झांककर देखें, अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।' मालेगांव आतंकवाद मामले की आरोपी एवं भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इस बयान ने सबसे बड़ा चुनावी सिरदर्द पैदा कर दिया है। अमित शाह और पीएम मोदी द्वारा रुख साफ करने के बाद भी नाराजगी जारी है। देश के प्रख्यात कारोबारी आनंद महिंद्रा ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को तालिबानी हरकत बताया है। इससे पहले नोबेल विजेत सत्यार्थी ने प्रज्ञा को भाजपा से निष्कासित करने की सलाह दी थी।
इस तरह तो हम एक दिन तालिबान बन जाएंगे
उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘75 साल से भारत महात्मा की भूमि रहा है। वह एक मशाल की तरह हैं। दुनिया ने जब अपनी नैतिकता गंवा दी, हमें गरीबी में धकेल दिया गया, लेकिन तब भी हम अमीर थे क्योंकि हमारे पास बापू थे। उन्होंने दुनिया भर में अरबों लोगों को प्रेरित किया। प्रज्ञा का नाम लिए बिना या उनके बयान का संदर्भ दिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ चीजों को हमेशा पवित्र रहने देना चाहिए। वरना हम, प्रेरित करने वाली या भरोसा देने वाली मूर्तियों को तबाह करते हुए एक दिन तालिबान बन जाएंगे।’ इस ट्वीट को कुछ ही घंटे में 6000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भी इसे रीट्वीट किया।
प्रज्ञा ठाकुर ने भारत की आत्मा की हत्या की है
शांति के लिए विश्व के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार विजेता और चिल्ड्रेंस फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी ने ट्वीट कर कहा है कि नाथूराम गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, लेकिन साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं। गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं। बीजेपी नेतृत्व छोटे से फायदे का मोह छोड़कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकालकर राजधर्म निभाए।
प्रोफाइल में बापू की फोटो लगाकर विरोध जता रहे हैं लोग
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्रोफाइल में बापू की फोटो लगाकर प्रज्ञा के बयान की निंदा करने का अभियान शुरू किया। जो लोग प्रज्ञा ठाकुर के बयान से सहमत नहीं है वो अपनी प्रोफाइल पर महात्मा गांधी के फोटो लगा रहे हैं।