इंदौर। पगारे एजेंसी (Pagare agency) के परदेशीपुरा (Pardeshipura) निवासी ग्राहक ने शिकायत की कि उन्होंने जो रसोइ गैस सिलेंडर (kitchen gas cylinder) सप्लाई किया है उसमें लीकेज है। ऐजेंसी ने मैकेनिक भेजा। मैकेनिक ग्राहक के घर आया और लीकेज सुधारने का दावा करते हुए गैस टंकी के पास लाइटर जलाकर दिखाया। इसी के साथ सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। किचन में कुर्सी पर खड़ी बुजुर्ग महिला और मैकेनिक झुलस गए। मां को जलता देख बेटी बचाने दौड़ी तो वह भी झुलस गई। बुजुर्ग की हालत गंभीर है। हादसे के तत्काल बाद घायल मैकेनिक भाग गया।
परदेशीपुरा पुलिस के अनुसार, हादसा शाम 5.30 बजे परदेशीपुरा की गली नं. 7 के मकान नं. 1 मेंं रहने वाले पवन श्रीवास (Pawan Srivas) के यहां हुआ। पवन की 65 वर्षीय मां शकुंतला (Shakuntala Srivas) और 36 वर्षीय बहन प्रीति (Preeti Srivas) झुलसी हैं। उनका कहना है कि इसमें मैकेनिक भी झुलसा, लेकिन वह भाग गया। पवन और उनकी पत्नी दीपिका प्राइवेट नौकरी करती हैं। सुबह काम पर चले गए थे। पवन ने बताया कि दाे दिन पहले पगारे एजेंसी की तरफ से हाॅकर ने उनके यहां इंडेन गैस सिलेंडर (Indane gas cylinders) सप्लाय किया थाा। उसमें लीकेज था, इसलिए मां ने उसे सुधारने के लिए बुलाया था। दोपहर के बाद हॉकर घर आया। खुद को मैकेनिक बताकर टंकी सुधारने लगा। उसने वाॅल्व खोला और वायसर बदल दिया।
पवन ने बताया कि इस दौरान मां कुर्सी पर खड़ी होकर शकर का डिब्बा निकाल रही थीं। मां ने कहा कि अभी कुछ मत करना मुझे उतर जाने दे, लेकिन मैकेनिक नहीं माना। उसने कहा कि अब लीकेज ठीक हो गया है। उसने टेस्टिंग के लिए टंकी के पास लाइटर जलाकर दिखाया। पहले से काफी सारी गैस निकलने के कारण अचानक विस्फोट होकर आग लग गई। मैकेनिक झुलसता हुआ भागा। अंदर खड़ी मां झुलसने लगी। तभी बहन प्रीति मां को जलते हुए खींचकर बचाने के लिए आगे लेकर भागी। इस दौरान प्रीति के पैर जल गए। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़े। दोनों मां-बेटी को निजी अस्पताल लेकर गए। बताया जा रहा है कि शकुंतला की हालत गंभीर है। मैकेनिक राजेंद्र चौकसे निवासी मारुति नगर बॉम्बे अस्पताल में भर्ती हुआ है। पवन का आरोप है कि उन्होंने गैस एजेंसी को शिकायत की थी कि लीकेज सुधार दें। उन्होंने उसी हॉकर को मैकेनिक बनाकर भेज दिया, जिसने टंकी सप्लाय की थी।