होशंगाबाद। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा मक्का फसल (MAKKA FASAL) में फॉल आर्मी वर्म के प्रकोप को रोकने के उपाय (FOL ARMY VARM SE ROKNE K UPAY ) बताए गये हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा बताया गया है कि आगामी खरीफ मौसम में मक्का फसल में एक नया कीट फॉलआर्मी वर्म जो बहु भक्षी एवं तंबाकू की इल्लियों के परिवार का है, रबी मौसम में इस कीट का प्रकोप पूरे दक्षिण भारत, होशंगाबाद एवं बैतूल से लगे हुए जिलो जिनमें रबी मौसम में मक्के की खेती होती है वहाँ देखा गया है।
इस कीट का जीवन चक्र एवं इसकी नमी एवं तापमान की आवश्यकताओं को देखते हुए खरीफ मौसम में इसका गंभीर प्रकोप संभावित है। इस कीट का सर्वाधिक प्रभाव मक्का की फसल पर होता है। कीट के नियंत्रण हेतु किसान ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करके शंखी अवस्था को नष्ट करें। समय पर बुआई करें। मानसून पूर्व शुष्क बोनी ज्यादा प्रभावी है। शुष्क बोनी नही करने पर मानसून वर्षा के साथ ही बुआई करें। विलम्व न करें।
देर से बोई फसल में इस कीट का प्रकोप ज्यादा गंभीर होता है। अनुशंसित पौध अंतरण पर बुआई करें। संतुलित उर्वरकों का प्रयोग अनुशंसित मात्रा में विशेषकर नत्रजन की मात्रा का प्रयोग अधिक न करें। जिन क्षेत्रो में खरीफ की मक्का ली जाती है उन क्षेत्रो में ग्रीष्मकालीन मक्का न लें।