भोपाल। मालेगांव बम ब्लास्ट जिसमें भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर आरोपी हैं, में पुराना मामला सामने आया है। जांच के दौरान ATS मध्यप्रदेश के दिलीप पाटीदार को पूछताछ के नाम पर उठाकर ले गई थी। इस घटना को 11 साल हो गए लेकिन आज तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने ना तो दिलीप पाटीदार की तलाश की और ना ही ATS अधिकारियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया। परिवार को न्याय के लिए हाईकोर्ट जाना पड़ा था। मामला सीबीआई को सौंपा गया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, फिर क्या हुआ
मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में पूछताछ के लिए मुंबई एटीएस की टीम 10-11 नवंबर 2008 की रात लगभग 12 बजे इंदौर में रहने वाले दिलीप पाटीदार को अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई थी। दस दिनों तक परिवार दिलीप के संपर्क में था लेकिन इसके बाद उनका कहीं पता नहीं चला। परिजन एटीएस के अफसरों से भी मिले, तमाम जगाहों पर गुहार भी लगाई, लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिला। इसके बाद मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई गई। कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जाँच कर रही सीबीआई ने इंदौर की विशेष सीबीआई कोर्ट में दाखिल अपनी 'क्लोजर रिपोर्ट' में लिखा है कि दिलीप पाटीदार को अब ढूंढ पाना मुश्किल है। इंदौर की विशेष सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में अब एटीएस के दो अधिकारियों हनुमंत राव गोरे और राजेंद्र धुले के खिलाफ आपराधिक मामला चलाने का आदेश दिया था। 11 साल के बाद भी कहीं से भी पाटीदार परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है...पत्नी, बेटा और भाई न्याय के लिए दर-दर की ठोंकर खा रहे हैं।
चुनावी माहौल में एक बार फिर न्याय की तलाश
इंदौर के खजराना क्षेत्र में रहने वाली पद्मा पाटीदार ने भोपाल पहुंचकर अपने नाबालिग बेटे और जेठ रामस्वरूप पाटीदार के साथ पहले बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से मुलाकात की। उन्होंने लापता दिलीप पाटीदार को ढूंढने में मदद करने की गुहार लगाई। साध्वी प्रज्ञा ने पाटीदार परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया है। परिवार का कहना है कि इसके बाद वे दिग्विजय सिंह से भी मुलाकात कर मामले में न्याय दिलाने की गुहार लगाएंगे। परिवार का कहना है कि मुंबई एटीएस ने पूछताछ के नाम पर दिपील पाटीदार को प्रताड़ित किया और उनकी हत्या कर दी।
पाटीदार परिवार के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे हाईकोर्ट के वकील दीपक रावल ने बताया कि साध्वी प्रज्ञा के पास परिवार इसलिए न्याय की गुहार के लिए गया, क्योंकि साध्वी प्रज्ञा इस मामले से जुड़ी हुई हैं। साथ ही दिग्विजय सिंह भी इस मामले में कहीं न कहीं चर्चा में रहे हैं और ऐसे में परिजन उनसे भी मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाएगा।