भोपाल। भाजपा ने जिस आश्विन शर्मा को कमलनाथ की तबादला एक्सप्रेस का टीसी बताया था, उसकी डायरियों ने अब शिवराज सिंह सरकार की कहानियां भी उगलना शुरू कर दिया है। शिवराज सरकार के 3 पूर्व मंत्रियों से आश्विन शर्मा के व्यवहार का खुलासा हुआ है। इसके अलावा एक दस्तावेज ऐसा भी मिला है जो यह संदेह पैदा करता है कि आश्विन शर्मा की पकड़ भाजपा में बहुत भीतर तक और ऊपर तक थी।
3 मंत्रियों के नाम के आगे लिखा है 35
सूत्रों के मुताबिक छापे के दौरान डायरियों में भाजपा के तीन पूर्व मंत्रियों के नाम के आगे ‘35’ फिगर की एंट्री है। यह ‘35’ एक रहस्य बना हुआ है, ऐजेंसी समझने की कोशिश कर रही है कि यह ‘35’ लाख हैं, करोड़ हैं या कुछ और है। एक अखबार ने दावा किया है कि पूछताछ में शर्मा बताया कि उसके संबंध इन मंत्रियों से थे और रकम (35 हजार) उसने मंत्रियों की गाड़ियों के टायर बदलवाने में खर्च की थी। जिन तीन पूर्व मंत्रियों के नाम के आगे कुछ रकम लिखी है वे तीनों इस बार भी विधायक चुने गए हैं। प्लेटिनम प्लाजा के निवासियों ने अफसरों को बताया कि पिछली सरकार के कुछ मंत्रियों का अश्विन के घर आना-जाना था।
भाजपा के लिए बॉन्ड खरीदे
भोपाल के एनजीओ संचालक आश्विन शर्मा के ठिकानों से कुछ डायरियां और इलेक्ट्रोरल बॉन्ड मिले हैं। कथित तौर पर यह बॉन्ड अडानी और टाटा कंपनियों के बताए जा रहे हैं। चूंकि, शर्मा ने खुद को भाजपा से जुड़ा बताया है, इसलिए आशंका जताई जा रही है कि यह बॉन्ड भाजपा के लिए खरीदे गए होंगे।