दमोह। देहात थाना क्षेत्र के ग्राम खजरी गांव में कॉलेज छात्रा उत्तरा पटेल 21 वर्ष का शव उसी के घर में फांसी पर झूलता मिला। लड़की के सिर में गोली मारी गई थी। पास में एक कुर्सी भी पड़ी थी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि छात्रा ने खुद को फांसी लगाकर गोली मारी है या फिर यह हत्या का मामला है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है परंतु पुलिस इसे सुसाइड ही मान रही है। पुलिस का कहना है कि 11 पेज का एक सुसाइड नोट भी मिला है परंतु सुसाइड नोट में क्या लिखा है यह पुलिस ने नहीं बताया। पुलिस ने घटनास्थल से पिस्टल एवं खाली कारतूस का खोखा भी बरामद किया है।
पुलिस के अनुसार ग्राम खजरी निवासी उत्तरा पिता जगदीश पटेल (21) बीए फाइनल ईयर की छात्रा थी, जो दमोह शहर के केएन गर्ल्स कॉलेज में नियमित रूप से अध्ययनरत थी। सोमवार की दोपहर उसके पिता जगदीश पटेल व परिवार के अन्य सदस्य मौसी के लड़की की शादी समारोह के चलते सामान लेने दमोह आए थे। घर में केवल उत्तरा व उसकी मां थी। गांव में किसी व्यक्ति की मौत होने के बाद दोपहर के समय उत्तरा की मां पूड़ी बनाकर उनके जिस घर में गमी हुई है, वहां पर लेकर गई। उस समय उत्तरा घर पर ही अकेली थी।
करीब एक घंटे बाद उसकी मां जब वहां से लौटकर आई तो देखा कि उसकी बेटी उत्तरा के गले में फांसी का फंदा लटका हुआ है, साथ ही सिर लहूलुहान है। परिजनों व पुलिस को सूचना दी गई। देहात थाना प्रभारी एचआर पांडे को 11 पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसके साथ ही एक पिस्टल एवं कारतूस का खाली खोका भी बरामद किया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसल टीम की डॉ. किरण सिंह मौके पर पहुंची। इसके बाद पंचनामा की कार्रवाई करते हुए शव को जिला अस्पताल के मरचुरी में रखवाया गया है। मंगलवार को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
पिता ने कहा- बेटी सीधी-साधी थी
छात्रा के पिता जगदीश पटेल ने बताया कि उनकी बेटी काफी सीधी साधी थी। वह केवल बीमारी से परेशान रहती थी, जिसका इलाज दमोह में चल रहा है, इसके अलावा कोई बात नहीं है। पता नहीं उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। जिस समय घटना हुई, उस समय वह दमोह आए हुए थे। पुलिस को घटना स्थल से एक प्रैक्टीकल फाइल से 11 पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि वह किसी बीमारी से पीड़ित थी। साथ ही वह घर से भी दु:खी थी, इसी कारण यह कदम उठा रही है। घटना स्थल पर जो पिस्टल मिली है वह उसके पिता की है।