भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि मैने श्राप दिया था और उसके ठीक सवा महीने के बाद एटीएस चीफ एवं आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की मौत हो गई। इस बयान पर बवाल के बाद उन्होंने माफी मांग ली थी, लेकिन आज मीडिया ट्रायल के दौरान एक बार फिर वो भड़क गईं। बता दें कि हेमंत करकरे की मौत 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले में हुई थी। विरोधियों की आपत्ति इस बात पर है कि हेमंत करकरे देशद्रोही नहीं था और उनकी मौत का कारण साध्वी का श्राप नहीं बल्कि आतंकवादी हमला था।
पत्रकारों पर भड़कीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर
पत्रकारों ने आज जब हेमंत करकरे विवाद पर प्रतिक्रिया मांगी तो साध्वी प्रज्ञा सिंह भड़क गईं। मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा, 'क्या आप (पत्रकार) उन लोगों से माफी मंगवा सकते हैं, जिन्होंने मुझे 9 साल तक (जेल में) पीड़ित किया। मंगवा सकते हैं तो बताइये।’ प्रज्ञा ने कहा, ‘इन लोगों से आप मेरे सामने क्षमा मंगवाइये। मैं आपको कह रही हूं। आपको अधिकार दे रही हूं।’ उन्होंने कहा कि मैंने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में दिए गए बयान पर मैंने खुद क्षमा मांग ली है। मैंने मीडिया के सामने क्षमा मांगी है।
ठीक है! ध्यान रखना इस बात का
जेल की व्यथा सुनाते हुए उन्होंने कहा, ‘15 से 20 पुरूष एक साथ बेल्ट से मारते थे। ठीक है। ध्यान रखना इस बात का। क्या यह कानून के संगत है और ऐसी अनेक प्रताड़ना दिन-रात दी। नंगा करके, उल्टा लटका करके …..। कौन से कानून में है ऐसा।’ प्रज्ञा ने कहा, ‘इसका आप (पत्रकार) स्वयं उत्तर ढूंढ़ लीजिए। बाकी आपके समझ में आ जाएगा।’
कहा था, मैंने दिया करकरे को सर्वनाश का श्राप
साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार को भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक में मुंबई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर जेल में यातना देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मैंने करकरे का सर्वनाश होने का श्राप दिया था और इसके सवा माह बाद आतंकवादियों ने उन्हें मार दिया।