BHOPAL-INDORE POLICE ने छापा मारने आई IT DELHI की टीम को घेरा, तनाव | MP NEWS

भोपाल। आयकर विभाग दिल्ली की टीम ने मध्यप्रदेश की किसी भी ऐजेंसी को बिना सूचना दिए सीएम कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ इंदौर एवं उनके नेटवर्क भोपाल निवासी अश्विनी शर्मा व प्रतीक जोशी के यहां छापामार कार्रवाई शुरू कर दी। भोपाल पुलिस ने प्लेटिनम प्लाजा पहुंचकर कार्रवाई कर रही आयकर विभाग की टीम को भेज दिया। आईटी टीम अपने साथ सीआरपीएफ जवानों की टुकड़ी लाई है। पुलिस ने प्लेटिनम प्लाजा में घुसने की कोशिश की परंतु सीआरपीएफ ने उन्हे रोक दिया। इसके चलते तनाव की स्थिति बन गई है। बता दें कि प्लेटिनम प्लाजा की छठी मंजिल पर प्रतीक जोशी और अश्विनी शर्मा रहते हैं। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ने अश्विनी शर्मा को दिल्ली ले जाने की तैयारी कर ली है। सीआपीएफ ने भोपाल पुलिस की इस हरकत की शिकायत दिल्ली में कर दी है। दिल्ली के आदेश पर सीआरपीएफ को अतिरिक्त बल उपलब्ध कराया गया है। 

एसपी सिटी भूपिंदर सिंह ने प्लेटिनम प्लाजा में घुसने की कोशिश की


मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के लिए काम करने वाले अश्विनी शर्मा और उसके करीबी प्रतीक जोशी के घर पर आयकर विभाग ने सीआरपीएफ की मदद से छापेमारी की है। इसी बिल्डिंग में प्रवीण कक्कड़ का एक कार्यालय भी है। अभी छापेमारी जारी है। इस बीच मध्यप्रदेश पुलिस ने शर्मा के घर प्लेटिनम प्लाजा को घेर लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस की सीआरपीएफ के साथ नोंकझोंक भी हुई है। भोपाल के एसपी सिटी भूपिंदर सिंह ने कहा कि छापेमारी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। यह एक आवासीय परिसर है, अंदर ऐसे लोग हैं जिन्हें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, वे मदद के लिए स्थानीय एसएचओ को बुला रहे हैं। उन्होंने छापेमारी के कारण पूरे परिसर को बंद कर दिया है। हम लोगों की सहूलियत के लिए यहां पहुंचे हैं।

इंदौर में एसएसपी और एसपी दोनों प्रवीण कक्कड़ के घर पहुंचे


इंदौर में प्रवीण कक्कड़ के घर पर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र, एसपी यूसुफ कुरैशी और पुलिस टीम के साथ मौजूद हैं। एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र को सीआरपीएफ ने प्रवीण के घर के अंदर जाने से रोका। एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र आयकर विभाग की टीम से मिलना चाहतीं थीं। जब उन्हे अंदर जाने से रोका गया तो एसएसपी ने सीआरपीएफ के जवानों को अपना मोबाइल नंबर दिया और कहा कि कुछ आवश्यकता होने पर तत्काल सूचित करें।

कार्रवाई  पूरी तरह से गोपनीय रखी गई है

आयकर विभाग की यह छापेमारी काफी गोपनीय थी। यहां तक की मध्यप्रदेश के आयकर अफसरों को कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गई थी। दिल्ली की टीम ने मध्यप्रदेश पुलिस की भी मदद नहीं ली। पहली बार सीआरपीएफ को छापेमारी की कार्रवाई में शामिल किया गया। आयकर विभाग की टीम टूरिस्ट बनकर इंदौर आई थी। सीआरपीएफ की टुकड़ी को तैनाती से पहले तक पता ही नहीं था कि उन्हे इंदौर क्यों भेजा गया है। 

करोड़ों कैश के अलावा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले

बता दें, आयकर विभाग ने कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, निजी सचिव और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रवीण कक्कड़, सलाहकार रहे राजेंद्र कुमार मिगलानी और भोपाल में प्रतीक जोशी और अश्विन शर्मा के करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की। अभी कई जगहों पर छापेमारी जारी है। आयकर विभाग को इस दौरान करोड़ों कैश के अलावा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।

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