नई दिल्ली। दुनिया भर के पर्यावरणविद (Environmentalist) लोगों को चेतावनी देते रहे परंतु लोगों ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। प्लांटेशन (Plantation) की अपील की तो लोगों ने सोशल मीडिया पर पौधे लगाए परंतु जमीन बंजर होती चली गई। बिल्डर्स ने हरियाली की सरेआम हत्या की। जनता ने आवाज नहीं उठाई। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने शिकायत की तो अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। अब इसका परिणाम भुगतना पड़ रहा है। गुजरात के अहमदाबाद (Ahmedabad) शहर में मात्र 1 दिन में 90 लोग गर्मी के कारण बेहोश (Unconscious due to heat) हो गए।
गुजरात में गर्मी के तीखे तेवरों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया है। अहमदाबाद में भी गर्मी के तीखे तेवरों से हालत खराब होने लगी है। यहां तेज गर्मी की वजह से एक ही दिन में 90 लोगों के बेहोश होने की खबर है। 108 एंबुलेंस के जरिए इन सभी को अस्पताल (HOSPITAL) भर्ती कराया गया। गर्मी को देखते हुए अहमदाबाद और राजकोट (Ahmedabad and Rajkot) में येलो अलर्ट (Yellow Alert) घोषित किया गया है।
बता दें कि प्रदेश में मार्च महीने में ही गर्मी ने पिछले 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया था। अप्रैल की शुरुआत के साथ ही हालात और बिगड़ने लगे है। सुबह से ही गर्म हवाओं के थपेड़े शुरू हो जाते हैं। मौसम विभाग (weather department) के निदेशक जयंता सरकार के मुताबिक राज्य में आने वाले दिनों में गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। वहीं अधिकारी आने वाले दिनों में तापमान 48 डिग्री तक पहुंचने की आशंका जता रहे हैं।