मुंबई। खबर आ रही है कि HAIR TRANSPLANT के कारण एक कारोबारी की मौत हो गई। आरोप है कि हेयर ट्रांसप्लांट के तत्काल बाद व्यापारी की तबीयत खराब हुई और 40 घंटे बाद उसकी मौत हो गई। हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले DOCTOR की दलील है कि व्यापारी ने चिकित्सकीय परामर्श के खिलाफ हेयर ट्रांसप्लांट कराया लेकिन सवाल यह है कि डॉक्टर ने पैसों के लालच में जानलेवा हेयर ट्रांसप्लांट क्यों किया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि साकीनाका निवासी व्यवसायी का नाम श्रवण कुमार चौधरी है। 07 मार्च को मध्य मुंबई के चिंचपोकली स्थित एक निजी क्लीनिक में उन्होंने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। आठ मार्च की मध्य रात्रि 2ः30 बजे हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया खत्म होने के तुरंत बाद चौधरी को परेशानी महसूस हुई। अगले दिन उनका चेहरा और गला सूज गया तथा सांस लेने में दिक्कत होने लगी। उन्हें पवई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां एलर्जिक प्रतिक्रिया के कारण उनकी मौत हो गई।
हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले डाक्टर ने एक बयान में कहा है कि चौधरी एक बार में ही 9000 बाल लगवाना चाहते थे। यह चिकित्सकीय परामर्श के विरुद्ध है। एक बार में 3000 बाल भी नहीं लगाए जा सकते, लेकिन चौधरी के ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया 12 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली। परिजनों का सवाल यह है कि जब डॉक्टर को यह पता था तो उन्होंने कारोबारी के कहने पर ऐसा क्यों किया। क्या कोई डॉक्टर, मरीज की जिद करने के कारण उसे जहर का इंजेक्शन दे सकता है।