नई दिल्ली। नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) ने बताया है कि 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बालाकोट स्थित आतंकी केंप पर किए गए हमले के समय 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे यानी यह प्रमाणित होता है कि हमले के समय जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में 300 आतंकवादी थे। एयरफोर्स के हमले में पूरा केंप तबाह हो गया। इसी आधार पर माना गया कि केंप में मौजूद सभी आतंकवादी मारे गए।
गौरतलब है, 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना के 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के आतंकी कैंपों पर करीब ताबड़तोड़ बमबारी की थी। भारत ने ये कार्रवाई 14 फरवरी को हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले के बाद की थी। इस हमले में भारत के CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।
नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन क्या है
राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अधीन एक तकनीकी खुफिया एजेंसी है। यह 2004 में स्थापित किया गया था। इसमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिप्टोलॉजी रिसर्च एंड डेवलपमेंट भी शामिल है, जो एशिया में अपनी तरह का पहला है।