DAMOH में महिला नेता के अपहरण की FIR के बाद हंगामा | MP NEWS

जबलपुर। मध्यप्रदेश के दमोह जिले में पथरिया किशुनगंज से महिला जिला पंचायत सदस्य चंद्रवती अठ्या के अपहरण की एफआईआर दर्ज हो जाने के बाद आज भारी हंगामा हुआ। महिला नेता वापस लौट आई है। उसका कहना है कि वो जबलपुर में थी लेकिन पति से संपर्क नहीं हो पा रहा था इसलिए पति ने अपहरण की रिपोर्ट लिखा दी। महिला नेता के पति ने जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र लोधी और संतोष अठ्या के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 

जिला पंचायत उपाध्यक्ष के चुनाव में 12 सदस्यों को मौजूद होना था, लेकिन उनमें से 10 सदस्य ही मौजूद रहे। दो सदस्य अनुपस्थित रहे। जिसमें चंद्रवती अठ्या भी अनुपस्थित थीं। चंद्रवती अठ्या के पति प्रभू अठ्या ने सोमवार को देर रात विधायक रामबाई को पत्नी के गायब होने की सूचना दी थी। जिस पर बसपा विधायक रामबाई ने जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र लोधी और संतोष अठ्या पर महिला जिला पंचायत सदस्य का अपहरण करने का आरोप लगाया था। बसपा विधायक रामबाई के हस्तक्षेप के चलते पथरिया पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य राघवेंद्र लोधी और संतोष अठ्या के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था।   

बसपा विधायक रामबाई ने किया हंगामा

एसपी कार्यालय में महिला को बयान के लिए गोपनीय कक्ष में ले जाने पर पथरिया विधायक भी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गईं। इस बीच उनके साथ आए समर्थकों और पुलिस के बीच बहस हुई। हंगामा के हालात बनने पर सीएसपी आलोक शर्मा सहित कोतवाली टीआई आरके गौतम और पुलिस बल पहुंचे और सभी को कार्यालय से बाहर निकलवाया गया। 

SDM कार्यालय में विधायक ने महिला नेता को अपने वाहन में बिठा लिया

यहां से महिला सदस्य को पुलिस एसडीएम कार्यालय लेकर पहुंची, विधायक रामबाई वहां भी पहुंची और एसडीएम नहीं होने पर महिला सदस्य को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगी तो पथरिया से हारे प्रत्याशी राव ब्रजेेंद्र सिंह सहित अन्य सदस्यों ने आपत्ति जताई और पुलिस के सामने महिला सदस्य का अपहरण करने का आरोप लगाते हुए नारे लगाने लगे। पुलिस ने महिला सदस्य को विधायक की गाड़ी से उतरवाया और पुलिस की गाड़ी में बैठाकर फिर एसपी कार्यालय ले गए जहां से फिर एक बार महिला सदस्य को एसडीएम कोर्ट लाया गया और इसके बाद न्यायालय में पेश किया गया।   

मैं अपने घर जाना चाहती हूं: 
न्यायालय में बयान होने के बाद महिला सदस्य चंद्रवती अठया ने बताया कि मेरा अपहरण नहीं हुआ था मैं जबलपुर में थी और मेरा मोबाइल बंद होने से पति से संपर्क नहीं हो पाया, इसलिए झूठी रिपोर्ट दर्ज हो गई। अब मैं अपने घर जाना चाहती हूं। पुलिस सुरक्षा के बीच महिला को ले जाया गया। 

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