सरकार ने गड़बड़ी की तो प्रखर विरोध करेंगेः विपक्ष के नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा | POLITICAL NEWS

भोपाल। कांग्रेस सरकार के गठन से पहले ही पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में आ गए हैं। उन्होंने इस्तीफे के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने हमें एक चौकीदार की भूमिका सौंपी है। हम एक सशक्त और जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। हम प्रदेश के हित में रचनात्मक सहयोग करेंगे, तो गड़बड़ी दिखने पर प्रखर विरोध भी करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने अपने वचनपत्र में जनता को वचन दिए हैं, उन्हें पूरा करे। RAHUL GANDHI ने दस दिनों में किसानों का कर्ज माफ करने की जो बात कही है, मैं ऐसा मानता हूं कि वे अपने इस वचन को भी पूरा करेंगे। क्योंकि उन्होंने स्वयं ही कहा है कि जो मुख्यमंत्री दस दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ नही करेगा, उसे बदल दिया जाएगा। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान आज की तारीख में मध्यप्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से अपेक्षा है कि हमारी सरकार ने जनता के हित में जो योजनाएं और परियोजनाएं शुरू की हैं, उनकी निरंतरता बनी रहे। लोकतंत्र में व्यक्ति बदलते रहते हैं, लेकिन जन कल्याण की योजनाएं चालू रहनी चाहिए। प्रदेश के किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत मिलती रहे। 

पूरी क्षमता से सेवा की कोशिश की, कमी रही हो तो क्षमा करें


श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार ने जब सत्ता संभाली थी, तो हमें एक बदहाल प्रदेश मिला था। हमने उसे विकसित प्रदेश बनाने का काम किया। समाज के विभिन्न वर्गों के लिए विशेषीकृत योजनाएं शुरू कीं। हमारी सरकार की नींव उमाजी ने रखी थी और बाबूलाल गौर जी ने उसे आगे बढ़ाया। तेरह साल मैंने अपनी पूरी क्षमता से जनता की सेवा करने की कोशिश की है। फिर भी यदि कोई कमी रह गई हो, तो उसके लिए क्षमा चाहता हूं। श्री चौहान ने कहा कि मैंने एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के तौर पर सरकार चलाने की कोशिश है। फिर भी मेरे व्यवहार से,किसी काम से, बोलचाल से किसी को कष्ट हुआ हो, तो मैं क्षमा चाहता हूं।

वोट बढ़े पर सफलता नहीं मिली, ये मेरी ही जिम्मेदारी है

श्री चौहान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमें वर्ष 2008 की तुलना में ज्यादा वोट मिले हैं। उस समय हमें 38 प्रतिशत वोट मिले थे और हमें 143 सीटें हासिल हुई थीं। इस बार हमें 41 प्रतिशत वोट मिले हैं, लेकिन सिर्फ 109 सीटें ही मिलीं, क्योंकि चुनावों का अंकगणित अलग होता है। श्री चौहान ने कहा कि यही देखकर हमने सरकार बनाने का दावा नहीं किया। हम चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर सके, पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी, इसके लिए मैं ही जिम्मेदार हूं। इसमें मेरा ही दोष है और कमी भी मुझमें ही रह गई होगी।

सभी का भरपूर सहयोग मिला, सभी का आभारी हूं

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अच्छा काम किया। केंद्र सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं। हमारे केंद्रीय नेतृत्व ने अपेक्षा से अधिक सहयोग किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी ने हर तरह की व्यस्तता के बीच हमें समय दिया। प्रदेश अध्यक्ष जी और उनकी टीम ने कठोर परिश्रम किया। हमारे कार्यकर्ताओं ने घनघोर परिश्रम किया और चुनाव के लिए रात दिन एक कर दिए। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं और सभी का आभारी हूं।

जो दुख-दर्द महसूस किये, उन्हीं से निकली योजनाएं

श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार ने समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएं शुरू कीं। ये सभी योजनाएं उन अनुभवों पर आधारित थीं, जो बचपन से लेकर अभी तक मुझे हुए हैं। बचपन में गरीबों के जिन दुख-दर्द को मैंने महसूस किया था, उन्हीं के आधार पर हमारी सरकार की योजनाएं बनीं। उन्होंने कहा कि अंत में हमने संबल योजना शुरू की, जो समाज के गरीब और वंचित तबके को प्राकृतिक संसाधनों पर उसका हक दिलाने का प्रयास था।

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