MPPSC: सहायक प्राध्यापक परीक्षा पर लगाये आरोप निराधार: Assistant Professor Association

भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित सहायक प्राध्यापक संघ की कार्यकारिणी ने सहायक प्राध्यापक की भर्ती परीक्षा में लगाये गये निराधार एवं बेबुनियाद आरोपों का खंडन करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। संघ के प्रांतीयाध्यक्ष प्रसिद्ध वैज्ञानिक डा. प्रकाश खातरकर (पोलरमेन) ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि लोक सेवा आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर यदि इसी प्रकार निराधार आरोप लगाये गये तो संघ संविधान अनुसार कानूनी कार्यवाही करेगा। 

डा. खातरकर ने आगे कहा कि माननीय उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय द्वारा विभिन्न याचिकाओं द्वारा दिये गये निर्णयों एवं निर्देशों के अनुसार ही यह परीक्षा संपन्न कराई गई एवं विरोध में प्रस्तुत की गई तमाम याचिकाओं की समीक्षा उपरांत उन्हें खारिज किया गया हैं। जिससे स्वतः यह सिद्ध होता है कि यह परीक्षा पूर्णतः पारदर्शी, निष्पक्ष, न्यायसंगत एवं यूजीसी के द्वारा तय मापदंडों के अनुसार ही संपन्न कराई गई हैं। 

अध्यक्ष ने कहा कि जो उम्मीदवार एम.पी.पी.एस.सी. सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2017 में न्यूनतम अंक भी प्राप्त न कर पाये हैं तथा यूजीसी द्वारा निर्धारित योग्यता भी नहीं रखते हैं वे इस परीक्षा पर कैसे आरोप लगा सकते हैं क्योंकि परीक्षा में पूछे गये प्रश्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम से थे एवं आरोपकर्ता इसी पाठ्यक्रम को विगत कई वर्षो से महाविद्यालयों में छात्रों को पढा रहे हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि ये लोग छात्रों के भविष्य के साथ वर्षो से खिलवाड कर रहे हैं और चयनित लोगों को रोककर आगे भी खिलवाड करना चाहते हैं। 


लेकिन इनकी स्वार्थपूर्ण मंशा को हम सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि जो योग्य अतिथि विद्वान थे उन्होने विविध विषयों की चयन सूचि में प्रथम स्थान तक पाया हैं और कुल चयनित का 43 प्रतिशत अतिथि विद्वान भी इस परीक्षा में सफल हुए हैं। अतः कुछ असफल अतिथि विद्वानों के द्वारा इस परीक्षा की पारदर्शिता पर लगाये गये आरोप असत्य एवं अतार्किक हैं इनके इस कार्य कि सहायक प्राध्यापक संघ ने कडे शब्दों में आलोचना की है। 

इसके साथ ही अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी ने एम.पी.पी.एस.सी से चयनित सहायक प्राध्यापकों को शीघ्र नियुक्ति देने की मांग की हैं ताकि छात्रों के स्वर्णिम भविष्य का निर्माण हो सके। भोपाल संभाग के अध्यक्ष डा. आजाद अहमद मंसूरी ने इस अवसर पर कहा कि हम विगत 4 माह से अपनी नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हम सभी चयनित उम्मीद्वार कटीबद्ध हैं अतः हमें शीघ्र अवसर प्रदान किया जाय।

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