भोपाल। रेलवे ने यात्रियों को सेवाएं देने वाली कंपनियों के लिये एक नई योजना पेश की है। इसके तहत कंपनियों को चलती ट्रेनों में यात्रियों को सामान और सेवाएं उपलब्ध कराने के बदले विज्ञापन की अनुमति दी जाएगी। ऐसे में आने वाले समय में किसी ट्रेन पर किसी साबुन का विज्ञापन देखने के बाद अगर शौचालय में उसी ब्रांड का साबुन देखते हैं तो आपको ताज्जुब नहीं होना चाहिए।
रेलवे द्वारा तैयार नई नीति के मसौदे में कहा गया है कि चलती ट्रेनों में सामानों और सेवाओं के बदले विज्ञापन की छूट देने के मुद्दे पर बोर्ड में चर्चा हुई है और इसे प्रायोगिक आधार पर लागू करने का निर्णय किया गया है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम अनूठे विचार को प्रायोगिक तौर पर शुरू करने जा रहे हैं। वस्तु विनिमय व्यवस्था की तर्ज पर। इसमें रुपयों का कोई आदान-प्रदान नहीं होगा। लाखों लोग प्रतिदिन ट्रेनों से यात्रा करते हैं। कल्पना कीजिए कि इन ब्रांडों को कितना प्रचार मिलेगा। ये उनके (कंपनियों के) लिए काफी लुभावना होने वाला है।