भोपाल। भाजपा से दुत्कार कर निकाल दिए गए मध्य प्रदेश चर्चित पूर्व वित्त मंत्री राघव जी चुनाव 2018 में शेर की तरह गुर्राते हुए बागी हो गए थे। उन्होने निर्दलीय नामांकन भी भर दिया था परंतु अब वो भाजपा में वापस लौट आए हैं और उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है। राघवजी और भाजपा के बीच क्या डील हुई है फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
विदिशा में भाजपा के नेता राघव जी चुनावों में बेटी ज्योति शाह के लिए विदिशा की शमशाबाद सीट से टिकट मांग रहे थे। शिवराज सिंह ने उनकी मांग को सिरे से खाजिर कर दिया और राजश्री सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद राघव जी खफा हो गए और उन्होंने खुद ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन ठोंक दिया था। हालांकि बीजेपी आलाकमान के मनाने पर वे मां गए और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
कौन हैं राघव जी
राघवजी मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री हैं। वे अपने नौकरों के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के बाद चर्चा में आए थे। केस जुलाई 2013 का है। राघवजी ने चार इमली स्थित अपने सरकारी बंगले में रहने वाले घरेलू नौकर के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाया था। घरेलू नौकर विदिशा के कुरवाई का रहने वाला था। आरोप लगा कि राघवजी ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का लालच दिया था।